द फॉलोअप डेस्क, रांची:
धनबाद संसदीय क्षेत्र से बीजेपी प्रत्याशी ढुल्लू महतो ने सरयू राय को लीगल नोटिस भेजा है। ढुल्लू महतो ने उनपर मानहानि का आरोप लगाते हुए कोर्ट में मुकदमा करने की चेतावनी दी है। इस पर सरयू राय का बयान सामने आया है। सरयू राय ने कहा कि धनबाद से बीजेपी के घोषित प्रत्याशी और बाघमारा से पिछले चुनाव में 835 वोट से जीते ढुल्लू महतो ने मुझे कानूनी नोटिस भेजकर धमकी दी है कि आपके ऊपर मुकदमा करूंगा। उनकी यह लीगल नोटिस घटिया दर्जे की है। रद्दी की टोकरी में फेंके जाने लायक है। मैंने नोटिस को फाड़कर रद्दी की टोकरी में फेंक दिया है। मैं चुनौती देता हूं कि उनमें हिम्मत है कि मेरे विरुद्ध नोटिस जारी करने की जगह सीधे कोर्ट जाएं। मैं वहां जवाब दूंगा।
सरयू राय ने ढुल्लू महतो पर फिर आरोप लगाया
सरयू राय ने कहा कि ये उनकी चाल है। अपने अपराध छुपाने के लिए लीगल नोटिस भेज रहे हैं। यदि उनका यही शौक है तो धनबाद संसदीय क्षेत्र के हर चौराहे पर इन आरोपों को छपवाकर बंटवा दूंगा। पोस्टर बनवाकर बंटवा दूंगा। वे जवाब देंगे। जिन्होंने उनको बीजेपी से टिकट देने लायक समझा है, वे भी जवाब देंगे। गौरतलब है कि पिछले तकरीबन 15-20 दिनों से सरयू राय और ढुल्लू महतो के बीच जुबानी जंग चल रही है। सरयू राय ने आरोप लगाया है कि ढुल्लू महतो के खिलाफ आपराधिक मुकदमें दर्ज हैं। उनको कई मामलों में सजा हो चुकी है। सरयू राय का तर्क है कि यदि कोर्ट से ढुल्लू को सुनाई गई सजा को जोड़ लें तो यह साढ़े 4 साल होता है। ऐसे में वे चुनाव लड़ने के अयोग्य हैं। सरयू राय ने यहां तक कहा कि यदि जरूरत पड़ी तो वह, धनबाद संसदीय सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे। सरयू राय के आरोपों को ढुल्लू महतो ने षड्यंत्र बताया।
सरयू राय और ढुल्लू महतो में जुबानी जंग जारी
गौरतलब है कि पिछले दिनों एक ऑडियो वायरल हुआ था जिसमें कथित तौर पर गैंगस्टर प्रिंस खान की आवाज थी। इसमें प्रिंस खान कथित तौर पर सरयू राय और कारोबारी कृष्णा अग्रवाल को धमकी देता नजर आ रहा था। वह साथ ही वह कहता नजर आया था कि क्या केवल ढुल्लू महतो ही अपराधी हैं? ऑडियो में कथित प्रिंस खान ये भी कहता है कि उसका नाम राजनीति के लिए इस्तेमाल न करें। सरयू राय ने मामले में जांच की मांग की थी और सुरक्षा भी मांगा था। वहीं, ढुल्लू महतो ने भी इसे राजनीतिक षड्यंत्र बताते हुए राज्य के मुख्य सचिव, डीजीपी और धनबाद एसएससी से ऑडियो की फोरेंसिक जांच की मांग की थी।