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रांची के मेंहीं आश्रम में जुटे देशभर के संत, मुस्लिम धर्म के बारे में कही ये बड़ी बात

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रांची

रांची के चुटिया में देशभर के साधु-संतों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया है। संतों का ये जमावड़ा चुटिया के मेंहीं आश्रम में हो रहा है। आश्रम में 15 दिनों का ध्यान शिविर लगाया गया है। इस मौके पर जमा साधु-संत लोगों को अपने प्रवचन से लाभान्वित कर रहे हैं। सभी ने लगभग एक बात कही कि आज के जीवन में ध्यान के बिना शांति की कामना करना निरर्थक है। इस मौके पर भागलपुर से आये संत स्वामी निर्मलानंद जी महाराज ने कहा कि वैदिक सनातन सिद्धांतों के अनुसार प्रकाश को ब्रह्म ज्योति कहा गया है। उन्होंने कहा कि इस्लाम धर्म में इसे ही नूर-ए-इलाही का नाम दिया गया है। और इसाई धर्मावलंबी इसे ही डिवाइन लाइट कहते हैं। इस तरह धर्म कोई भी हो सकता है। लेकिन उसका निहित एक ही है और वो प्रकाश और शब्द परमात्मा की अनुभूति पर आधारित है। 

आयोजन में इनका रहा सहयोग 
वहीं ऋषिकेश से चुटिया आये गंगाधर जी महाराज ने प्रवचन में कहा कि ज्ञान की कोई सीमा नहीं है। लेकिन असल ज्ञान वही है जिससे जीवन आसान होता हो। उन्होंने कहा कि दान करने से मन और शरीर को ताकत मिलती है। कहा कि ध्यान करके हम जीवन जीने का सार्थक तरीका जान सकते हैं। यह हमें मुक्ति के मार्ग पर ले जाता है। मौके पर उपस्थित ध्यान शिविर के संरक्षक ने बताया कि शिवि की तैयारी कई दिनों से की जा रही थी। इसमें अनिल चौरसिया, जोगिंदर पोद्दार, संजय पोद्दार, समिति के अध्यक्ष राजकुमार साहु और स्वामी बालकृष्ण महाराज का विशेष सहयोग मिल रहा है।