द फॉलोअप डेस्क, रांची:
विधानसभा में एक नजारा ऐसा भी दिखा। सदन की कार्यवाही में शामिल होने के बाद जब पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन वापस लौटने लगे तो सत्तापक्ष के विधायक जार बेजार रोने लगे। बहुत भावुक कर देने वाला नजारा था। विधायक हेमंत सोरेन जिंदाबाद के नारे तो लगा रहे थे लेकिन उनका गला रुंधा हुआ था। आंखों में आंसू थे। अपने नेता को विदा करते समय क्या झामुमो और क्या कांग्रेस, सभी विधायकों की पलकें भीगी थीं। विधानसभा में आज फ्लोर टेस्ट था। कोर्ट की अनुमति से हेमंत सोरेन इसमें शामिल हुए। सदन की कार्यवाही खत्म होने के बाद हेमंत सोरेन को लेकर जब ईडी के अधिकारी जाने लगे तो समर्थकों का हुजूम गाड़ी के सामने आ गया और जिंदाबाद के नारे लगाने लगा। एक ओर जहां ईडी की गाड़ी के सामने खड़े समर्थक समर्थन में नारेबाजी कर रहे थे तो वहीं गढ़वा विधायक मिथिलेश ठाकुर और बेरमो विधायक अनूप सिंह हेमंत सोरेन को शी-ऑफ करते हुए भावुक हो गये। माहौल काफी गमगीन था। समझा जा सकता है कि पिछले दिनों झारखंड की राजनीति में जो हुआ, खासतौर पर हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी ने माहौल अशांत किया है और यह नजारा उसी का परिणाम था।
फूट-फूटकर रोने लगे मिथिलेश ठाकुर और अनूप सिंह
मिथिलेश ठाकुर और अनूप सिंह हेमंत सोरेन की बाहें थामे उनको शी-ऑफ करने विधानसभा भवन के मुख्य द्वार तक आये। यहां ईडी अधिकारी कार लेकर तैयार थे। हेमंत सोरेन कभी अपने साथियों तो कभी समर्थकों को समझाते हुए गाड़ी में बैठे। इसके बाद उन्होंने हाथ जोड़कर सबका अभिवादन स्वीकार किया। यह नजारा काफी भावुक कर देने वाला था। जैसे ही हेमंत सोरेन को लेकर गाड़ी आगे बढ़ी, बेरमो विधायक अनूप सिंह छोटे बच्चे की तरह फूट-फूटकर रोने लगे। इस दौरान मीडियाकर्मियों ने उनसे बात करने की कोशिश की। उनकी प्रतिक्रिया चाही लेकिन भीगी पलकों से गालों पर गिरे आंसू पोछ रहे अनूप सिंह ने कुछ नहीं कहा। बस रोते रहे। यही हाल मिथिलेश ठाकुर सहित अन्य विधायकों का भी था। अनूप सिंह तो रोते-रोते ही अपनी गाड़ी में सवार हुए और विधानसभा परिसर से चले गये। गाड़ी में भी उनकी आंखों से अविरल आंसू बह रहे थे।
हेमंत भैया के बिना सबकुछ अधूरा है- अनूप सिंह
कुछ घंटों बाद राहुल गांधी की न्याय यात्रा में शामिल होने पहुंचे अनूप सिंह से जब हमने बातचीत की तो उन्होंने कहा कि फ्लोर टेस्ट में हमने बहुमत साबित किया। हम मजबूती से अपनी सरकार बचाने में कामयाब रहे लेकिन हेमंत भैया के बिना सबकुछ अधूरा है। यही बातें महागामा विधायक दीपिका पांडेय सिंह और कांग्रेस नेता अजयनाथ शाहदेव ने दोहराई। सबने एक स्वर में कहा कि सरकार बचा लेना निश्चित रूप से खुशी की बात है लेकिन यदि इस खुशी में हेमंत सोरेन भी शामिल होते तो मजा दोगुना होता।
31 जनवरी को ईडी ने हेमंत सोरेन को हिरासत में लिया
गौरतलब है कि 31 जनवरी को जमीन घोटाला केस में ईडी ने तात्कालीन मुख्यमंत्री को गिरफ्तार कर लिया था। फिलहाल वो, ईडी की रिमांड पर हैं। कोर्ट की विशेष अनुमति से हेमंत सोरेन आज विधानसभा के विशेष सत्र में फ्लोर टेस्ट में शामिल हुए जहां उन्होंने बीजेपी और केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला।
हेमंत सोरेन ने कहा कि मेरी गिरफ्तारी बीजेपी की बड़ी भूल साबित होगी।