द फॉलोअप डेस्क
भारतीय रेलवे अब विकसित देशों की तर्ज पर ट्रेन यात्रियों को बेहतर सफर का अनुभव देने के लिए तैयार है। धनबाद रेल मंडल में पहली बार रेल मिलिंग मशीन का इस्तेमाल कर ट्रैक को सुगम और जर्क-फ्री बनाया जाएगा। सोमवार को डीआईएम कमल किशोर सिन्हा ने मंडल मुख्यालय में प्रेस वार्ता के दौरान यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह मशीन ट्रैक की ऊपरी सतह को ग्राइंड कर उसे पूरी तरह दुरुस्त करेगी। इससे ट्रेन के चलने के दौरान यात्रियों को खटखट की आवाज सुनाई नहीं देगी।
रेल मिलिंग मशीन की विशेषताएं
यह मशीन ट्रैक की सतह को समतल बनाती है।
रेल के जोड़ वाले स्थानों को पूरी तरह स्मूथ करती है।
ट्रेन चलने और खड़े होने के दौरान यात्रियों को झटके महसूस नहीं होंगे।
प्रेस वार्ता में एडीआरएम विनीत कुमार, सीनीयर डीसीएम अमरेश कुमार, सीनियर डीओएम अंजय तिवारी, सीनियर डीईएन प्रदीप कुमार और सीनियर डीएमई चंद्रशेखर सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। धनबाद डिवीजन ने लोडिंग और राज्स्व में अपनी स्थिति मजबूत रखी है। दिसंबर महीने में धनबाद डिवीजन की मालगाड़ी लोडिंग, बिलासपुर मंडल से सात गाड़ियां कम रही। इसके बावजूद इस वित्तीय वर्ष में धनबाद डिवीजन ने लोडिंग में 3.8 मिलियन टन की बढ़त बनाई है।
राजस्व में बड़ा अंतर
धनबाद डिवीजन ने इस वित्तीय वर्ष में 19,957 करोड़ रुपये की राजस्व आमदनी की है, जो बिलासपुर डिवीजन से 2,232 करोड़ रुपये ज्यादा है। इस प्रदर्शन ने धनबाद डिवीजन को देश में मालगाड़ी लोडिंग और कमाई के मामले में शीर्ष पर बनाए रखा है।