द फॉलोअप डेस्कः
पिछले तीन दिनों में झारखंड में सियासी तौर पर बहुत कुछ हो गया। पक्ष-विपक्ष का एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप जारी है। इसी बीच कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा है कि "आज भारत में साजिश के तहत आदिवासियों के अधिकारों को कमज़ोर किया जा रहा है। मोदी की शह पर उनका ‘मीडिया मित्र’ खुलेआम आदिवासियों का अपमान करता है और ‘कॉर्पोरेट मित्र’ उनके संसाधनों को लूटता है। कांग्रेस ने आदिवासियों के लिए वन अधिकार जैसे कानून बनाए, आदिवासी बिल लेकर आये, सरना धर्म कोड लागू करने की दिशा में कदम बढ़ाए। पर भाजपा आदिवासियों की हितों की रक्षा करने वाला कोई भी कानून लागू नहीं होने देती, क्योंकि उनका लक्ष्य आदिवासियों की ज़मीनें और अन्य संसाधन छीन कर अपने कॉर्पोरेट मित्रों को देना है। झारखंड की महान धरती पर भगवान बिरसा मुंडा ने अंग्रेजों से लड़ कर आदिवासियों के अधिकारों की रक्षा की। आज के अंग्रेज "मोडानी" चाहते हैं कि आदिवासियों का अपने ही जल, जंगल और ज़मीन पर कोई हक़ न हो। कांग्रेस प्रतिबद्ध है कि आदिवासी समाज समृद्ध बने और उनकी सांस्कृतिक विरासत सुरक्षित रहे।"
बाबूलाल मरांडी ने दिया जवाब
राहुल गांधी के इस ट्वीट पर बाबूलाल मरांडी ने जवाब दिया है। उन्होंने लिखा है कि "आदिवासी समाज की बेटी द्रौपदी मुर्मू को भाजपा ने राष्ट्रपति बनाया लेकिन कांग्रेस ने उनका भी विरोध किया। आजादी के बाद पांच दशकों तक आदिवासी समाज झारखंड राज्य के निर्माण की मांग करता रहा लेकिन कांग्रेस ने इसे भी नजरअंदाज किया। भाजपा ने आदिवासी बहुल राज्य झारखंड और छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण किया। जनजातीय कल्याण मंत्रालय का गठन किया। भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को भाजपा ने जनजातीय गौरव दिवस का दर्जा दिया। आज भाजपा आदिवासी समाज को प्रधानमंत्री जनमन योजना, वनधन योजना एवं अन्य लोक कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से विकास की मुख्यधारा से जोड़कर सशक्त कर रही है।
पूरे देश ने देखा है कि, आजादी के बाद कांग्रेस ने किस प्रकार से देशभर में आदिवासियों का शोषण किया है। झारखंड और छत्तीसगढ़ राज्य को अपना ATM बनाने वाली, आदिवासियों के हक-अधिकार को लूटकर अपने तिजोरी भरने वाली कांग्रेस पार्टी के झांसे में अब आदिवासी समाज कभी नहीं आएगा। विकसित भारत के निर्माण में हमारा आदिवासी समाज कदम से कदम मिलाकर प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के नेतृत्व में देश के नवनिर्माण में लगा हुआ है।"