द फॉलोअप डेस्कः
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिसंबर 2020 में जिस नए संसद भवन की आधारशिला रखी थी कल वह उसका औचक निरिक्षण करने पहुंच गये। यहां वह एक घंटे से अधिक समय तक रूके। उन्होंने संसद भवन की सुविधाओं का जायजा लिया। पीएम ने राज्यसभा और लोकसभा दोनों भवनों का भी निरीक्षण किया। कर्मचारियों से भी बात की। मजदूरों से भी मुलाकात की। सारे फैसलिटी को जाना। बता दें कि नए भवन में लोकसभा में 888 और राज्यसभा में 384 सीटें रहेंगी। संयुक्त सत्र के दौरान एक साथ 1,272 सदस्य बैठ पाएंगे। भवन में मंत्रियों के कार्यालय और समिति कक्षों के साथ 4 मंजिलें होंगी इस भवन में आधुनिक सुविधाएं होंगी। इसका निर्माण टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड कर रहा है।
सारी सुविधाएं होंगी नये भवन में
नये संसद भवम में भारत की लोकतांत्रिक विरासत को दिखाने के लिए एक भव्य संविधान हॉल, संसद सदस्यों के लिए एक लाउंज, एक पुस्तकालय, कई समिति कक्ष, भोजन क्षेत्र और पार्किंग रहेगा। नवंबर 2022 में इस भवन के बन जाने की सीमा निर्धारित की गई थी। यह भी बताते चले की नए संसद भवन को पुराने भवन के बगल में बनाया गया है। पुराने संसद भवन को धरोहर के रूप में रखा जाएगा। पुराने संसद को अंग्रेजों ने 1927 में बनवाया था। उसे बनवाने में 6 साल लगे थे।
2019 में केंद्र सरकार ने सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना शुरू की थी। इसमें अन्य परियोजनाओं के साथ नए संसद भवन का निर्माण भी शामिल था। निर्माणाधीन कॉम्प्लेक्स का आकार त्रिकोणीय है। नई संसद की उम्र 150 साल है। परियोजना के तहत, सरकार एक कार्यकारी एन्क्लेव का भी निर्माण करेगी, जिसमें एक नया प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ), कैबिनेट सचिवालय, इंडिया हाउस और राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय होगा।
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