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चंपाई सोरेन को मुख्यमंत्री पद से हटाकर हेमंत सोरेन ने आंदोलनकारियों का किया अपमानः प्रवीण प्रभाकर

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द फॉलोअप डेस्कः
आज झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा द्वारा आहूत झारखंड बंद में रामगढ़ जिले के चक्रवाली ग्राम में झारखंड आंदोलनकारी एवं पूर्व भाजपा प्रवक्ता प्रवीण प्रभाकर ने आंदोलन में भाग लिया। उन्होंने इस आंदोलन को संबोधित करते हुए कहा कि हेमंत सोरेन से आंदोलनकारियों को काफी आशाएं थीं, लेकिन उन्होंने वायदाखिलाफी की है। वह आंदोलनकारियों की सरकार होने का दावा करते हैं, लेकिन उन्हें मान सम्मान देना नहीं चाहते। उन्होंने कहा कि आंदोलनकारियों को न तो पेंशन दिया जा रहा है और ना ही उनके परिजनों को नौकरी में आरक्षण मिल रहा है। विगत 24 वर्षों से आंदोलनकारी भटक रहे हैं और आर्थिक विपन्नता में कई गुजर चुके हैं। 


चंपाई सोरेन का अपमान किया गया 
हेमंत सोरेन सरकार ने चंपाई सोरेन को मुख्यमंत्री पद से हटाकर झारखंड आंदोलनकारियों को अपमानित किया है। उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार आंदोलनकारियों की अनदेखी कर रही है और उनकी मांगों पर वायदाखिलाफी कर रही है। श्री प्रभाकर ने झामुमो, भाजपा, आजसू, कांग्रेस समेत सभी राजनीतिक दलों से अपील की कि वे आंदोलनकारियों को मान सम्मान दिलाने के लिए पहल करें। उन्होंने कहा कि विडंबना है कि 24 वर्षों में अभी तक आंदोलनकारियों को चिन्हित करने का कार्य भी पूरा नहीं हो पाया है। उन्होंने मांग की कि सभी आंदोलनकारियों को पेंशन मिले और इसके लिए जेल जाने की बाध्यता नहीं हो। साथ ही पेंशन की राशि 30,000 की जाए।