द फॉलोअप डेस्क, रांची
झारखंड हाईकोर्ट में पहली और दूसरी JPSC समेत अन्य परीक्षाओं की जांच को लेकर दाखिल जनहित याचिका पर सुनवाई हुई। बुधवार को CBI के वरीय अधिवक्ता ने ट्रायल कोर्ट में दाखिल चार्जशीट की कॉपी जमा करने के लिए समय की मांग की। अदालत ने चार्जशीट की कॉपी जमा करने वाली याचिका को स्वीकार कर लिया है। बता दें कि अदालत ने इस मामले की अगली सुनवाई के लिए 5 फरवरी की तिथि निर्धारित की है।
गौरतलब है कि बुद्धदेव उरांव द्वारा 2008 में दाखिल की गई जनहित याचिका में तमाम परीक्षाओं में गड़बड़ी का आरोप लगाया गया था। उरांव ने आरोप लगाया था कि विभिन्न सरकारी भर्ती परीक्षाओं में धोखाधड़ी और अनियमितताएं हो रही थीं। जिससे योग्य उम्मीदवारों को न्याय नहीं मिल रहा था। इस याचिका के आधार पर जांच की गई और सीबीआई ने अपनी जांच पूरी कर ली। सीबीआई ने संबंधित मामले में चार्जशीट भी दाखिल कर दी है।
अब इस मामले की सुनवाई झारखंड हाईकोर्ट के न्यायाधीश जस्टिस रंगोन मुखोपाध्याय और जस्टिस अरुण कुमार राय की बेंच में हो रही है। इस मामले में सुनवाई के दौरान अदालत ने संबंधित अधिकारियों से रिपोर्ट और गवाहों के बयान भी तलब किए हैं। मामले के महत्व को देखते हुए यह उम्मीद की जा रही है कि न्यायालय जल्द ही इस पर अंतिम फैसला सुनाएगा। इस फैसले से परीक्षा प्रणाली में पारदर्शिता और निष्पक्षता को लेकर एक बड़ा कदम उठाया जा सकता है जिससे भविष्य में ऐसी गड़बड़ियों को रोका जा सके।