द फॉलोअप डेस्क
रांची में जुड़को के कई परियोजनाएं चल रही हैं। ऐसे में शहर की सड़कों पर चलना दूभर हो गया है। इसको लेकर झारखंड प्रदेश प्रोफेशनल्श कांग्रेस कमिटी के पूर्व अध्यक्ष आदित्य विक्रम जसयवाल आज जुड़को कार्यालय पहुंचे जहां उन्होंने जुड़को के प्रोजेक्ट डायरेक्टर के नाम पर ज्ञापन सौंपा। इस दौरान आदित्य जायसवाल ने रांची के सड़कों पर आवागमन करने वाले लोगों को धूल के गुबार का सामना न करना पड़े, इसके लिए नियमित टैंकर से पानी का छिड़काव करने एवं रामनवमी त्योहार के पूर्व सड़क पर पाइपलाईन बिछाने और सड़क निर्माण कार्य में तेजी लाने का मांग की।
समय देकर नहीं मिलते है जुड़को के प्रोजेक्ट डायरेक्टर
आदित्य विक्रम जायसवाल ने कहा कि जुड़को के प्रोजेक्ट डायरेक्टर टाइम देकर नहीं मिलते है। टाइम देकर अगर नहीं मिलना चाह रहे है तो जुड़को के कार्यों पर संशय उठता है। इनको आम जनता की समस्याओं से कोई परवाह नहीं है। ख़ुद एसी गाड़ी एसी चैम्बर में बैठते है पर पब्लिक की समस्या नहीं सुनना चाहते हैं। एसी चैम्बर एसी गाड़ी से बाहर आके देखें क्या हालत है। उन्होंने कहा कि ज़रूरत पड़ी तो जुड़को के बाहर उग्र आंदोलन, तालाबंदी एवं धरना प्रदर्शन भी होगा। राज्य सरकार जुड़को के पदाधिकारियों के हर एक कार्य पर जांच करे।
ज्ञापन के माध्यम से आदित्य जायसवाल ने कहा कि अप्रैल माह-2024 में रामनवमी, सरहुल का त्योहार है, इसमें बहुत ही पवित्रता का ध्यान रखा जाता है। ऐसे समय में राजधानी रांची के सड़कों को खोदकर पानी पाइपलाईन बिछाकर डस्ट डालने से सड़कों पर पूरे दिन धूल का गुबार उड़ता रहता है। धूल की मात्रा इतनी अधिक होती है कि राहगीरों को सांस लेना भी मुश्किल हो गया है। बिना मास्क लगाये सड़कों से गुजरने में बड़ी परेशानी होती है। 2-पहिया वाहन चालकों को भी धूल से काफी दिक्कत हो रही है। हेलमेट लगा कर रखने पर सामने की सड़क तक नजर नहीं आ रही है
सड़क पर दुकान लगाने वाले परेशान
रात-दिन उड़ती इस धूल के कारण जहां इस सड़क से आवागमन करने वाले राहगीर व अगल-बगल में रहने वाले लोग परेशान हैं। वहीं इसका सबसे बुरा असर इस सड़क पर दुकान लगाने वाले दुकानदारों पर पड़ी है। रात-दिन उड़ने वाली धूल के इस गुबार से बचने के लिए अब दुकानदारों ने अपनी फल दुकान से लेकर गुमटी को पूरी तरह से पॉलिथिन से घेर दिया है, जैसे ही यहां कोई ग्राहक पहुंचता है, उसे पॉलिथीन उठाकर अंदर प्रवेश कराया जाता है।
सड़क के धूल से लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है असर
शहर की सड़कों पर उड़ती धूल से लोगों को खांसी, दमा, आंखें लाल हो जाना, सांस लेने में परेशानी, एलर्जी, खुजली और फेफड़ों में इंफेक्शन की समस्या से ग्रस्त हो रहे हैं। मुंह पर कपड़ा बांधकर चलने के बाद भी धूल के बारीक कण नाक और आंखों में घुस जाते हैं, जिससे आंखों में जलन होती है।