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संविधान की बात करने वाले कांग्रेस, झामुमो और राजद के लोग मौन हैं- बाबूलाल मरांडी

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द फॉलोअप डेस्क 
आज रांची ग्रामीण और महानगर भाजपा के संयुक्त तत्वावधान में जोरदार प्रदर्शन हुआ। प्रदर्शन का नेतृत्व प्रदेश अध्यक्ष एवं नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी, कार्यकारी अध्यक्ष डॉ रविंद्र कुमार राय, निवर्तमान अध्यक्ष एवं सांसद दीपक प्रकाश, प्रदेश संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह, प्रदेश महामंत्री एवम सांसद आदित्य साहू, डॉ प्रदीप वर्मा, विधायक सीपी सिंह, नवीन जायसवाल, उपाध्यक्ष राकेश प्रसाद, आरती कुजूर, जिलाध्यक्ष वरुण साहू, विनय महतो सहित पार्टी के प्रदेश जिला के पदाधिकारीगण ने किया। 

हजारों की संख्या में कार्यकर्ताओं ने शहीद चौक से राजभवन तक हेमंत सरकार विरोधी नारे लगाए। राज्य में शरिया कानून नहीं चलेगा, बाबा साहब का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान, भारत में रहना है तो संविधान मानना होगा। संविधान विरोधी इंडी गठबंधन गद्दी छोड़ो, हेमंत सोरेन गद्दी छोड़ो, तुष्टीकरण नहीं चलेगा, मंत्री हफीजूल हसन को बर्खास्त करो जैसे नारे लगा रहे थे। राजभवन तक प्रदर्शन के बाद एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा और मंत्री हफीजूल हसन को बर्खास्त करने की मांग की। मीडिया से बात करते हुए प्रदेश अध्यक्ष एवं नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि देश में लोकतांत्रिक प्रणाली है जहां भारत की जनता ने बाबा साहब अम्बेडकर के संविधान को अंगीकार किया है। भारत के नीति निर्माताओं ने संविधान को प्रधानता दी है। शरीयत एक निजी मामला है जो राजकाज में लागू नहीं हो सकता।

बाबूलाल मरांडी ने कहा कि आज संविधान की बात करने वाले कांग्रेस, झामुमो, राजद के लोग मौन हैं। सरकार के मंत्री खुलेआम संविधान की अवमानना कर रहे। शरिया को प्रथम और संविधान को दूसरे दर्जे का मान रहे। कहा कि झारखंड को संविधान से चलाना मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की जिम्मेवारी है और अगर किसी को शरीया ज्यादा पसंद है और उसके हिसाब से चलना है तो उसे मंत्रिमंडल से बाहर किया जाना चाहिए। कार्यकारी अध्यक्ष डॉ रविंद्र कुमार राय ने कहा कि भाजपा ने एक देश में दो विधान का विरोध अपने स्थापना काल से किया है। झारखंड भाजपा की तपोभूमि है और इसे शरीया से चलाने की साजिश करने वालों को पार्टी बर्दाश्त नहीं कर सकती। 
केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने कहा कि राज्य सरकार तुष्टीकरण में आकंठ डूबी है। वोट बैंक की राजनीतिक परिणाम है कि संविधान की शपथ लेकर मंत्री बनने वाले संविधान की अवमानना करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे। केंद्रीय मंत्री संजय सेठ ने कहा कि शासन प्रशासन को शरीया के हिसाब से चलाने की सोच रखने वालों का प्रजातंत्र में कोई स्थान नहीं है। ऐसे लोगों को कोई दूसरा विकल्प ढूंढना चाहिए। निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद दीपक प्रकाश ने कहा कि धर्म के आधार पर देश का विभाजन कराने की मानसिकता के लोग आज भी दश मे  शरीया कानून का का सपना देख रहे। जिसे विफल करने केलिए भाजपा के कार्यकर्ता कमर कसकर तैयार हैं। भारत में जिन्हें रहना है उन्हें भारतीय विचारों,भारतीय संविधान को स्वीकार करना होगा। प्रदेश संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह ने कहा कि भाजपा सबका साथ, सबका विकास में विश्वास करती है लेकिन तुष्टीकरण की राजनीति नहीं करती। उन्होंने कड़ी धूप में प्रदर्शन में शामिल होने केलिए दूर दूर से आए कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन किया।

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