द फॉलोअप डेस्क, सिमडेगा:
झारखंड के सिमडेगा में पोती के सामने ही दादी की हत्या कर दी गई। मृतका की पहचान 65 वर्षीय शांति देवी के रूप में की गई है। बताया जाता है कि रविवार की दोपहर को शांति देवी अपनी पोतियों 12 वर्षीय सिमी कुमारी और 9 वर्षीय शिल्पा कुमारी के साथ आंगन में बैठी थी तभी बजरंग साहू नाम का युवक घर में घुसा और धारदार हथियार से काटकर शांति देवी की हत्या कर दी। इस दौरान बजरंग साहू ने बच्चियों को भी पीटा। बताया जाता है कि वारदात के दौरान बहू रूक्मिणी कोलिबेरा में साप्ताहिक हाट में गई थी। प्रारंभिक जांच में बदले की नीयत से हत्याकांड को अंजाम देने की बात सामने आई है।
पोतियों के साथ आंगन में बैठी थी शांति देवी
पोतियां सिम्मी कुमारी और शिल्पा ने बताया कि वे अपनी दादी के साथ आंगन में बैठी थी। तभी बोकबा गांव का रहने वाला बजरंग साहू घर में घुसा और धारदार हथियार से दादी शांति देवी के गले में प्रहार किया। शांति देवी की मौके पर ही मौत हो गई। बच्चियों ने पुलिस को बताया कि बजरंग ने उनको भी पीटा। हत्याकांड के बाद बच्चियां घर से बाहर निकल आई और रोने लगी। बच्चियों के रोने की आवाज सुनकर ग्रामीण पहुंचे और पुलिस को खबर दी।
बदले की नीयत से हत्याकांड को दिया अंजाम!
हत्याकांड की सूचना मिलते ही कोलेबिरा थाना प्रभारी पुलिस बल के साथ पहुंचे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवा दिया। दिनदहाड़े हुई इस हत्याकांड से पूरे गांव में दहशत का माहौल है। लोग तरह-तरह की चर्चा है। ग्रामीणों ने पुलिस को बताया कि नवंबर 2022 में मृतका के बेटे संजय नाग ने हत्यारोपी बलामू साह की पत्नी आशा देवी की हत्या कर दी थी। आशंका व्यक्त की जा रही है कि मृतका आशा के बेटे बजरंग ने बदले की नीयत से शांति देवी को मार डाला।