द फॉलोअप डेस्कः
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश को 22 अप्रैल को धुर्वा थाने में पूछताछ के लिए बुलाया गया है। उन्हें धारा 41(A) के तहत धारा 147, 148, 188, 353, 332, 109 और 427 के तहत पूछताछ के लिए बुलाया गया है। उनसे 11 अप्रैल को सचिवालय घेराव कार्यक्रम के दौरान उत्पन्न हुई स्थितियों के तथ्यों और परिस्थितियों को लेकर पूछताछ की जाएगी। गौरतलब है कि 11 अप्रैल 2023 को भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने प्रोजेक्ट भवन का घेराव किया था। इस दौरान हजारों संख्या में भाजपा कार्यकर्ता जुटे थे। धुर्वा क्षेत्र के एक विशेष एरिया में धारा 144 लगाया गया था। इसके बावजूद भी भाजपा के नेताओं ने जमकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। प्रशासन की तरफ से जो बैरिकेडिंग की गई थी उसे भी तोड़ते हुए भाजपा के नेता आगे बढ़ते गए। इस दौरान प्रशासन की तरफ से जमकर लाठीचार्ज हुआ। आंसू गैस के गोले छोड़े गए। भीड़ की तरफ से कुछ लोगों ने जमकर पथराव भी किया । जिससे कई लोगों को गंभीर चोट लगी थी। इसके बाद उसी दिन देर रात मजिस्ट्रेट के बयान के बाद प्राथमिकी दर्ज की गई। 41 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज किया गया। जिसमें राज्य के 3 पूर्व मुख्यमंत्री, कई सांसद विधायकों और कार्यकर्ताओं के नाम हैं। उस दिन दीपक प्रकाश का नाम नहीं था। लेकिन आज 18 लोगों का और नाम जोड़ा गया है। जिसमें दीपक प्रकाश का भी नाम है। 11 अप्रैल को दर्ज हुई प्राथमिकी में मेयर आशा लकड़ा का भी नाम नहीं था उनका नाम भी जोड़ा गया है। साथ ही रांची के विधायक सीपी सिंह, केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी को भी शामिल किया गया है। अब देखने वाली बात होगी की दीपक प्रकाश 22 अप्रैल को जाते हैं या नहीं।