रांची:
झारखंड विधानसभा का मॉनसून सत्र (Monsoon session) आज से शुरू हो रहा है। इस बार 6 दिनों का यह सत्र चलेगा। सत्र हंगामेदार होने की पूरी संभावना है। राज्य सरकार ने एंटी मॉब लिंचिंग बिल और जनजातीय विश्वविद्यालय की स्थापना से संबंधित महत्वपूर्ण विधेयक दोबारा लाने की तैयारी की है। राज्य सरकार चालू वित्त वर्ष के लिए अनुपूरक बजट भी पेश करेगी। विपक्ष ने सत्र के दौरान राज्य में अवैध माइनिंग, रांची में महिला सब इंस्पेक्टर की हत्या, सरकारी स्कूलों में रविवार के बदले शुक्रवार की छुट्टी जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरने की पूरी रणनीति तैयार कर ली है। विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो ने राज्य के सभी विभाग के पदाधिकारियों को सदन के अधिकारी दीर्घा में मौजूद रहने का निर्देश दिया है।
विशेष ध्यान रखने का निर्देश
विधानसभा का मॉनसून सत्र हंगामेदार हो सकता है़। भाजपा का तेवर गरम है। कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी के द्रौपदी मुर्मू को लेकर दिये गये बयान को पार्टी मुद्दा बनायेगी़ सत्र के पहले दिन इस मुद्दे पर भाजपा के विधायक सदन के बाहर प्रदर्शन करेंगे। इधर चीफ सेक्रेटरी को निर्देश दिया गया है कि विभागों के अधिकारियों की सत्र के दौरान मौजूदगी सुनिश्चित करायें, ताकि सरकार की ओर से सदस्यों के सवालों के जवाब समुचित तरीके से दिये जा सकें। उन्होंने सरकार के विभागों को यह भी यहा है कि किसी भी विधेयक को सदन पटल पर रखने से पहले उसकी ड्राफ्टिंग जांच ली जाये. भाषा में किसी तरह की त्रुटि ना हो, इसका विशेष ध्यान रखने का निर्देश दिया गया है।
हमें जनता के सवालों का जवाब देना है
इधर कल हुई यूपीए की बैठक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि मॉनसून सत्र में विपक्ष अपने सवालों से सरकार को घेरने की कोशिश करेगा। पर हमें जनता के सवालों का जवाब देना है। मंत्री संयमित ढंग से और मर्यादित तरीके से जवाब देंगे। श्री सोरेन मॉनसून सत्र को लेकर हुई बैठक में यूपीए विधायकों को संबोधित कर रहे थे। गुरुवार की देर शाम सीएम आवास में बैठक कर पक्ष ने रणनीति बनायी।