द फॉलोअप डेस्क
हजारीबाग से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। सदर विधायक प्रदीप प्रसाद ने शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर में संचालित संजीवनी सेवा कुटीर को तीन दिनों के भीतर हटाने की घोषणा की है। उन्होंने प्रशासनिक दबाव और राजनीतिक दुर्भावना को इस फैसले के पीछे की वजह बताया है। विधायक प्रदीप प्रसाद ने उपायुक्त, अनुमंडल पदाधिकारी और सदर अंचलाधिकारी को पत्र लिखकर यह जानकारी दी है कि शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज में स्थित संजीवनी सेवा कुटीर को आगामी तीन दिनों के भीतर हटा लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि यह कदम अत्यंत पीड़ा और भारी मन से उठाया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि राजनीतिक दुर्भावना और प्रशासनिक दबाव के चलते इस सेवा केंद्र को हटाना पड़ रहा है। संजीवनी सेवा कुटीर एक नि:स्वार्थ सेवा केंद्र था, जहां जरूरतमंदों को मुफ्त दवाइयां, भोजन, रक्तदान समन्वय और जीवन रक्षक दवाएं उपलब्ध कराई जाती थी।
प्रदीप प्रसाद ने आगे कहा, “सेवा को रोक सकते हैं, भावना को नहीं। प्रशासनिक कार्रवाई के बावजूद मेरी सेवा भावना अडिग है। संजीवनी सेवा कुटीर भले हट रहा है, लेकिन जनसेवा का संकल्प जारी रहेगा। सेवा जनता की थी और जनता की ही रहेगी।” उन्होंने हज़ारीबाग की जनता से समर्थन बनाए रखने की अपील की।
खबर को दूसरे नजरिए से देखा जा रहा है कि स्वास्थ्य मंत्री आज चतरा और हजारीबाग के बरही दौरे पर हैं। ऐसे में हजारीबाग के शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में औचक निरीक्षण में भी आ सकते हैं और अधिकारियों से कहकर तत्काल कोई कार्रवाई न कर दें। सेवा कुटीर को लेकर पहले भी स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने विरोध जताया है।