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झारखंड : माले विधायक विनोद सिंह ने कहा - रांची गोलीकांड हेमंत सरकार की विफलता

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रांची :
रांची में मुस्लिम समुदाय के एक हिस्से द्वारा विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई तोड़फोड़ और हिंसक पुलिस फायरिंग को भाकपा माले राज्य सचिव मनोज भक्त और विधायक विनोद सिंह ने हेमंत सरकार की गंभीर पुलिस-प्रशासनिक चूक कहा है। भाकपा ने प्राप्त वीडियो फुटेज के आधार पर कहा कि पुलिस ने हवाई फायरिंग के नाम पर भीड़ के ऊपर गोलियां चलाई है,जिसमे दो नौजवानों की मौत हुई है। भाकपा माले दोषी पुलिसकर्मियों और अधिकारियों पर केस दर्ज कर कार्रवाई की मांग की है। भाजपा सांसद द्वारा प्रतिवाद में शामिल लोगों के खिलाफ बुल्डोजर चलाने की मांग का भाकपा माले नेताओं ने कड़ा विरोध किया है।

नागरिकों का जताया आभार 
विधायक विनोद सिंह ने कहा कि तनावपूर्ण स्थिति के बावजूद रांची के सभी नागरिकों को शांति और सौहार्द कायम रखने के लिए भाकपा माले धन्यवाद देती है। तत्कालीन भाजपा प्रवक्ता नुपूर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ टिप्पणी के खिलाफ सोशल मीडिया में 10 जून को मुस्लिमों के बड़े पैमाने पर प्रतिवाद करने की योजना की जानकारी से राज्य सरकार मुकर नहीं सकती। इसके बावजूद शहर में पुलिस-प्रशासन की अपर्याप्त व्यवस्था के लिए हेमंत सोरेन अपनी जिम्मेवारी से भाग नहीं सकते। इस मामले में संपूर्ण तहकीकात की जरूरत है और इसके लिए न्यायिक आयोग गठित हो।

मृतक के लिए 25 लाख रूपए मुआवजे की मांग 
माले की ओर से जारी प्रेस विज्ञपति में कह गया है कि पुलिस द्वारा गोली चलाने से हुई मौतों की जिम्मेदारी से सरकार और पुलिस नहीं बच सकती। सरकार मृतकों के परिवार को पर्याप्त 25 लाख रुपए मुआवजा और अन्य सहायता दे। भाकपा माले किसी भी समुदाय द्वारा शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक प्रतिवाद के अधिकार का पक्ष पोषण करती है।