द फॉलोअप डेस्क
झारखंड में बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस ने सख्त कदम उठाने का फैसला किया है। अब रिल्स बनाने के चक्कर में तेज रफ्तार से वाहन चलाने वालों का ड्राइविंग लाइसेंस रद्द किया जाएगा। एसएसपी किशोर कौशल की बैठक में यह बात सामने आई कि रैश ड्राइविंग शहर में गंभीर समस्या बन गई है।
रैश ड्राइविंग से बढ़ रहे हादसे
सड़क सुरक्षा टीम की रिपोर्ट के मुताबिक जमशेदपुर में हर साल 300 से अधिक लोग सड़क हादसों में अपनी जान गंवाते हैं, जिनमें 200 से ज्यादा मामले रैश ड्राइविंग से जुड़े होते हैं। सिटी एसपी कुमार शिवाशीष ने कहा कि युवा सोशल मीडिया पर लाइक्स और व्यूज़ पाने के लिए तेज गति से गाड़ी चलाते हुए वीडियो बनाते हैं। इससे न केवल उनकी जान जोखिम में पड़ती है, बल्कि आम लोगों को भी खतरा होता है।
पुलिस ने शुरू की कार्रवाई
अब पुलिस ने ऐसे युवाओं को चिह्नित करने के लिए टीम बनाई है। हाल ही में रैश ड्राइविंग के मामले में 6 युवकों को गिरफ्तार किया गया, जिनकी पहचान उनकी इंस्टाग्राम आईडी से की गई। पुलिस ने उनकी 2 बाइक भी जब्त की हैं। हालांकि, जुर्माना लेकर उन्हें छोड़ दिया गया। पुलिस सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूकता अभियान चलाएगी। सिटी एसपी ने बताया कि इस अभियान की शुरुआत स्कूलों से की जाएगी। बच्चों को सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों के महत्व के बारे में जानकारी दी जाएगी। इसके बाद कॉलेज और सार्वजनिक स्थलों पर लोगों को रैश ड्राइविंग के खतरों से आगाह किया जाएगा।
लाइसेंस रद्द करने की तैयारी
पहले पुलिस केवल जुर्माना वसूलकर रैश ड्राइविंग करने वालों को छोड़ देती थी, लेकिन अब लाइसेंस रद्द करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। पुलिस का मानना है कि इस सख्त कदम से सड़क हादसों और मौतों की संख्या को कम किया जा सकेगा।