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ताइवान में बैठ चाइनीज नागरिकों के साथ मिलकर धनबाद के शख्स से ठगी, ऐसे पकड़ाया शातिर

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द फॉलोअप डेस्क:

ताइवान में बैठा भारत का साइबर ठग, चाइनीज नागरिकों के साथ मिलकर देशवासियों को चूना लगा रहा था। जी सही सुना आपने। महाराष्ट्र के औरंगाबाद का रहने वाला जीवन गोपीनाथ गलधर इतना शातिर था कि भारतीयों को क्रिप्टो करेंसी में निवेश करके प्रॉफिट कमाने का झांसा देकर, उनकी गाढ़ी कमाई लूट रहा था। फिर इन पैसों को अपने चाइनीज दोस्तों को भेजता था। 

क्रिप्टो करेंसी में निवेश का लालच देकर ठगी
क्रिप्टो करेंसी के जरिए करोड़पति बनने का सपना आपको रोड़पति बना सकता है। क्रिप्टो करेंसी में निवेश करके अमीर बनने की ख्वाहिश आपको मिनटों में सड़क पर ला सकती है। यदि आप भी कहीं क्रिप्टो करेंसी के सहारे अपनी दुनिया बदलने की चाहत पाले बैठे हैं तो सावधान हो जाइये। क्रिप्टो करेंसी का चक्कर आपकी जिंदगी बदलेगा जरूर लेकिन हो सकता है कि यह बदलाव आपकी जिंदगी में रोशनी की जगह स्याह अंधेरा ले आएगा।

धनबाद के व्यक्ति के साथ हुई थी साइबर ठगी
यदि आपको भी लगता है कि क्रिप्टो की दुनिया आपकी जिंदगी को चकाचौंध से भर देगी तो आपको धनबाद के राजेश की कहानी जानना चाहिए। यहां, आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पीड़ित की पहचान गुप्त रखने के लिए हम उनको राजेश नाम से संबोधित कर रहे हैं। चलिए जानते हैं कि राजेश के साथ क्या हुआ। 

96 लाख 2 हजार रुपये की ठगी कर ली गई थी
दरअसल, राजेश को क्रिप्टो करेंसी में निवेश और प्रॉफिट का झांसा देकर उनसे 95 लाख रुपये की ठगी कर ली गई। राजेश को झांसा देकर ठगने वाला आदमी ताइवान में बैठा था और उनसे भारतीय बैंक खातों में पैसे डलवा रहा था। झारखंड सीआईडी ने उसे महाराष्ट्र से गिरफ्तार किया है। इस ठगी के मास्टरमाईंड को ट्रांजिट रिमांड पर रांची लाया गया है। छानबीन की जा रही है।

जुलाई 2023 में साइबर थाना में दर्ज हुआ था मामला
5 जुलाई 2023 को धनबाद के राजेश ने साइबर थाना में केस दर्ज कराया। उन्होंने पुलिस को बताया कि आरोपियों ने उनसे जीवनसाथी डॉट कॉम में मौजूद उनकी प्रोफाइल के जरिए संपर्क किया और क्रिप्टो करेंसी में निवेश करके ज्यादा पैसे कमाने का लालच दिया। इसके लिए राजेश को बैनो क्वाइन नाम की वेबसाइट में रजिस्टर करने के लिए कहा गया। राजेश ने झांसे में आकर यूपीआई के माध्यम से पैसे डालने शुरू कर दिए। इसके एवज में राजेश को फर्जी वेबसाइट पर मुनाफा दिखाया गया। राजेश और पैसे निवेश करते गए, लेकिन एक दिन राजेश को अहसास हुआ कि वह ठगे गए हैं। 

चाइनीज नागरिकों के पास भी जाता था पैसा
साइबर पुलिस को जांच के दौरान पता चला कि राजेश से जिन बैंक खातों में पैसे डलवाए गए हैं, उनका पता महाराष्ट्र, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में है। जांच में यह भी पता चला कि जिस वेबसाइट के जरिए राजेश से क्रिप्टो करेंसी में मुनाफा के नाम पर निवेश कराया जाता था, उसका मूल पता हॉंगकॉंग, चीन और कम्बोडिया में है। जिन बैंक खातों का पता चला उनमें करोड़ों के ट्रांजेक्शन के सबूत मिले। 

झारखंड सीआईडी ने 67 लाख रुपये फ्रीज करा दिए हैं
पहली बार निवेश करने से लेकर शिकायत दर्ज कराने तक राजेश से 95 लाख 2 हजार रुपये की ठगी कर ली गई थी। हालांकि, झारखंड सीआईडी ने अब तक 67 लाख रुपये फ्रीज करवा दिए हैं। इस मामले में सीआईडी ने 31 वर्षीय जीवन गोपीनाथ गलधर नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। ये महाराष्ट्र के औरंगाबाद का रहने वाला है। सीआईडी के अधिकारी उसे लेकर रांची आए हैं। इस केस में पहले भी 2 साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। सीआईडी ने बताया कि प्रतीक संतोष रावत और अभिषेक तूपे को महाराष्ट्र के औरंगाबाद से गिरफ्तार किया गया था।