logo

शर्मनाक : प्रेमी युगल को सरेआम अर्धनग्न कर घुमाया, भीड़ ने पहनाई जूतों की माला

couple1.jpg

दुमका: 

दुमका जिला के शिकारीपाड़ा थानाक्षेत्र अंतर्गत सीमानीजोड़ गांव में मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है। यहां, ग्रामीणों ने प्रेमी युगल को पकड़ा और उनके कपड़े फाड़कर अर्धनग्न कर दिया। दोनों की पिटाई की गई। इतने से मन नहीं भरा तो युवक और युवती को चप्पल और जूतों की माला पहनाकर सरेराह घुमाया। इस दौरान, भीड़ बकायदा नगाड़ा बजाकर जुलूस की शक्ल में राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी युवक और युवती को अपमानित कर रही थी। घटना से प्रेमी युगल दहशत में हैं। 

विवाहिता से मिलने आया था शादीशुदा प्रेमी
दरअसल, पूरा मामला विवाहेत्तर संबंध का है। मिली जानकारी के मुताबिक सिवानीजोड़ गांव की रहने वाली विवाहित महिला का हाथवारी गांव के युवक के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। युवक भी विवाहित है। दोनों के बच्चे भी हैं। कहा जाता है कि युवक, अपनी विवाहित प्रेमिका के साथ मिलने आया था। इसी बीच वहां महिला का पति अन्य ग्रामीणों के साथ पहुंच गया और प्रेमी युगल को पकड़कर बांध दिया। ग्रामीणों ने प्रेमी युगल की पिटाई भी, फिर बांधकर पूरे गांव में घुमाया। इस दौरान किसी ने पुलिस को सूचना दी। 

ग्रामीणों ने प्रेमी युगल को बनाया था बंधक
सूचना पाकर शिकारीपाड़ा थाना के एसआई सुगना मुंडा पुलिस बल के साथ पहुंचे। यहां उन्होंने ग्रामीणों से प्रेमी युगल को पुलिस के हवाले करने को कहा लेकिन ग्रामीमों ने ये कहते हुए मना कर दिया कि फैसला पंचायत में होगा। इसके बाद गांव में शांति समिति की बैठक बुलाई गई। एसडीपीओ नूर-मुस्तफा गांव पहुंचे। उनके साथ सीओ राजू कमल और थाना प्रभारी नवल किशोर सिंह भी थे। टीम ने ग्रामीणों को समझाया कि कानून हाथ में लेना ठीक नहीं। प्रेमी युगल को उनके हवाले कर दें लेकिन ग्रामीण नहीं माने। आखिरकर, स्थानीय आदिवासी नेता को ग्रामीणों को समझाने के काम में लगाया गया। 

प्रेमी युगल को छुड़ाकर थाना लाया गया
काफी मशक्कत के बाद ग्रामीणों के चंगुल से प्रेमी युगल को छुड़ाकर शिकारीपाड़ा थाना लाया गया। कहा जाता है कि पंचायत ने प्रेमी युगल पर आर्थिक दंड भी लगाया जिसका भुगतान करने में दोनों सक्षम नहीं हैं। शिकारीपाड़ा पुलिस का कहना है कि किसी भी पक्ष की तरफ से लिखित शिकायत नहीं दी गई है। दोनों पक्ष आपसी समझौता करना चाहते हैं। खबर लिखे जाने तक कोई कार्रवाई नहीं हुई थी।