गिरिडीह:
गिरिडीह जिले में पहली बार केंद्र सरकार के निर्देशानुसार राज्य सरकार ने लोकपाल की नियुक्ति की है। इस पद पर भंडारीडीह निवासी तमन्ना प्रवीण का सिलेक्शन हुआ है। उनका सिलेक्शन लिखित एग्जाम और इंटरव्यू के आधार पर किया गया है। लोकपाल की नियुक्ति के बाद जिले में यह उम्मीद लगाई जा रही है कि विभागीय लापरवाही व भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगा।
मनरेगा योजना में व्यापक भ्रष्टाचार
विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में जिस तरह से मनरेगा योजनाओं में लूट मची हुई है। गौरतलब है कि मनरेगा योजना में व्यापक पैमाने पर अनियमितता की शिकायत सामने आती रहती है। श्रमिकों को समय पर भुगतान नहीं किया जाता। कई बार जेसीबी की मदद से काम करवा लिया जाता है। उम्मीद की जा रही है कि लोकपाल की नियुक्ति से भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगा।
लोकपाल तमन्ना प्रवीण ने क्या कहा
गिरिडीह जिले की लोकपाल बनीं तमन्ना प्रवीण गिरिडीह की ही रहने वाली हैं। वो पेशे से वकील हैं। अदालत में प्रैक्टिस करती हैं। तमन्ना प्रवीण ने कहा कि मेरी जानकारी में गिरिडीह में पहले लोकपाल नहीं था। मुझे मनरेगा योजना के तहत किए जा रहे कार्यों की निगरानी की जिम्मा सौंपा गया है। कहा कि मैं उम्मीद करती हूं कि मुझे अधिकारियों का सहयोग मिलेगा। उन्होंने कहा कि हमारी कोशिश होगी कि किसी को भी पलायन के लिए विवश ना होना पड़े।