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Ranchi : सीलबंद लिफाफे में क्या है उसे सार्वजनिक करें राज्यपाल, प्रेस कांफ्रेंस में बोले महागठबंधन के नेता

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रांची: 

झारखंड में जारी सियासी संकट के बीच महागठबंधन के नेताओं ने प्रेस वार्ता की। प्रेस वार्ता में यूपीए घटक दल के कई नेता शामिल हुए। प्रेस वार्ता को मंत्री चंपाई सोरेन, मंत्री बन्ना गुप्ता और बड़कागांव विधायक अंबा प्रसाद ने संबोधित किया। सबने एक स्वर में कहा कि बीजेपी द्वारा भ्रम फैलाकर राजनीतिक संशय की स्थिति पैदा की जा रही है। कहा कि भारतीय जनता पार्टी हेमंत सरकार की लोकप्रियता से घबराकर झूठ फैला रही है। ये भी कहा कि महाराष्ट्र में जैसे हॉर्स-ट्रेडिंग की गई थी, कुछ उसी प्रकार का प्रयास झारखंड में किया जा रहा है लेकिन कामयाबी नहीं मिलेगी।

 

मुख्यमंत्री की लोकप्रियता से घबराई बीजेपी!
मंत्री चंपाई सोरेन ने कहा कि हमारे लोकप्रिय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ लगातार संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि झारखंड की जनता ने महागठबंधन के रूप में पूर्ण बहुमत की सरकार चुनी है। हमारी सरकार ने लगातार जनआंकक्षाओं का खयाल करके जनहित में फैसले लिए हैं। लोगों को योजनाओं का लाभ दिया है।

बीजेपी की मंशा क्या है? क्या, बीजेपी यहां भी हॉर्स ट्रेडिंग का इरादा रखती है जैसा कि महाराष्ट्र में किया गया। मंत्री चंपाई सोरेन ने कहा कि झारखंड में बीते कुछ दिनों का घटनाक्रम वास्तव में लोकतंत्र और जनादेश का अपमान है। चंपाई सोरेन ने कहा कि राज्यपाल ने आधिकारिक बयान जारी नहीं किया। इससे और भी सशंय की स्थिति पैदा हो रही है। हमारी मांग है कि महामहिम राज्यपाल को बताना चाहिए कि सीलबंद लिफाफे में क्या है?

मंत्री चंपाई सोरेन ने कहा कि बीजेपी, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की लोकप्रियता से घबरा गई है। उन्होंने कहा कि हमलोग किसी भी प्रकार से चिंतित नहीं हैं। महागठबंधन काफी मजबूत है। हम सशंय नहीं चाहते। 

क्या सांसद निशिकांत दुबे ज्योतिषाचार्य हैं! 
प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार को भारतीय जनता पार्टी और केंद्र सरकार एक सोची-समझी साजिश के तहत केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल करके प्रताड़ित और अपमानित करने का प्रयास कर रही है। ये लोकतंत्र का काला अध्याय है। उन्होंने कहा कि हमारे देश में संघीय शासन व्यवस्था है।

यहां वैचारिक मतभेद के बाद भी सरकारों ने देश तथा राज्यहित में साथ मिलकर काम किया है। मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि चूंकि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में झारखंड चौमुखी विकास की ओऱ अग्रसर है। पुलिसकर्मियों को क्षतिपूर्ति अवकाश दिया गया। आंगनबाड़ी सेविकाओं की वर्षों पुरानी मांग पूरी की गई। सोना सोबरन लुंगी-धोती-साड़ी योजना तथा सर्वजन पेंशन योजना के जरिए गरीबों के हित में काम किया। बीजेपी को ये पच नहीं रहा है। मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि राज्य के लोग सीधे-सादे और सरल हैं। वे अनावश्यक चीजों को पसंद नहीं करते। 

बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे पर निशाना साधते हुए बन्ना गुप्ता ने कहा कि संवैधानिक संस्थाओं का फैसला क्या है, ये कुछ लोगों को कैसे पता चल जाता है। क्या निशिकांत दुबे ज्योतिषाचार्य हैं। क्या वे भविष्यवक्ता हैं। साजिश के तहत लगातार राज्य के दलित, पिछड़े, अल्पसंख्यक और आदिवासी-मूलवासी को परेशान किया जा रहा है। यदि लोग चुप रहना जानते हैं तो उलगुलान करना भी जानते हैं। हम चुप नहीं रहेंगे। बन्ना गुप्ता ने कहा कि यदि चुनाव आयोग से कोई सीलबंद लिफाफा आया है तो राज्यपाल उसे सार्वजनिक क्यों नहीं करते। सशंय की स्थिति क्यों है। ईडी भी कार्रवाई करती है लेकिन बताती नहीं कि छापेमारी में क्या मिला। ईडी को किसके पास से क्या बरामद हुआ। 

मंत्री बन्ना गुप्ता कहा कि झारखंड भगवान बिरसा मुंडा और दिशोम गुरू शिबू सोरेन की धरती है। हम उलगुलान करना जानते हैं। मुख्यमंत्री ने ऐसा भी क्या गुनाह किया है कि उनको संवैधानिक संस्थाओं के जरिए प्रताड़ित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारे पास पूर्ण बहुमत है। विधायकों की संख्या 50 से ज्यादा है। यदि हिम्मत है तो धारा-356 लगाकर सरकार को बेदखल कर दीजिए। बीजेपी गैर-जरूरी प्रलाप ना करे। सारा सिस्टम रूका हुआ है। 

झारखंड में बनाया गया हॉर्स-ट्रेडिंग का माहौल!
वरिष्ठ झामुमो नेता स्टीफन मरांडी ने कहा कि बीजेपी को आदिवासी मुख्यमंत्री पच नहीं रहा है। भ्रम फैलाया जा रहा है कि मुख्यमंत्री की सदस्यता चली गई है। इस राजनैतिक अफरा-तफरी की वजह से सरकार का कामकाज ठप है। स्टीफन मरांडी ने कहा कि मैं महामहिम राज्यपाल से अपील करना चाहूंगा कि जो भी आदेश आया है उसे सार्वजनिक करें। राज्य में अनावश्यक संशय की स्थिति खत्म हो।

उन्होंने कहा कि यहां एक बाहरी व्यक्ति मुख्यमंत्री बना। उसकी वजह से जनता में आक्रोश पैदा हुआ। उसी के खिलाफ यहां सरकार बनी। ये आंदोलनकारियों के नेतृत्व वाली सरकार है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की लोकप्रियता से बीजेपी घबरा गई है। हॉर्स-ट्रेडिंग का माहौल पैदा किया जा रहा है। 

हमलोग यहां अटकलों पर विराम लगाने आए हैं! 
विधायक अंबा प्रसाद ने कहा कि हमलोग यहां अटकलों पर विराम लगाने आए हैं। जन-प्रतिनिधित्व कानून की धारा 9 (ए) के तहत किसी की विधायकी जाने का कोई उदाहरण नहीं मिलता। अनावश्यक राज्य का माहौल खराब करने का प्रयास किया जा रहा है। क्या वजह है कि सीलबंद लिफाफे की बात नहीं बताई जा रही है। क्या हॉर्स-ट्रेडिंग का प्रयास किया जा रहा है। क्या झारखंड में भी बीजेपी वही करने का इरादा रखती है जैसा महाराष्ट्र में किया गया। जिस प्रकार महाराष्ट्र में राज्यपाल की गरिमा नहीं रही, कम से कम झारखंड में राज्यपाल की गरिमा बचाई जाए। अटकलों पर विराम लगे।