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Jharkhand : JMM ने जयराम को BJP का B टीम बताया तो AJSU और BJP ने झामुमो के गलत नीतियों का परिणाम 

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द फॉलोअप डेस्क 

झारखण्ड की राजनीति में जयराम महतो और उनकी पार्टी झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति चर्चा के केंद्र बिंदु में है। जयराम ने जैसे ही एलेक्ट्रोल पोलटिक्स में आने की बाद कही उसके बाद से झारखण्ड का राजनीतिक पारा बढ़ गया। जयराम और उनकी पार्टी को कोई बीजेपी का बी टीम बताते हुए झारखंड का ओवैसी बता रहा है तो कोई झामुमो के गलत नीतियों का परिणाम बता रहा है। अब सवाल है कि क्या जयराम और उनकी पार्टी सभी राजनीतिक दलों को खटकने लगे हैं या फिर जयराम और उनकी पार्टी से किसी को कोई फर्क नहीं पड़ने वाला। आज इस रिपोर्ट में हम इसी पर चर्चा करेंगे। 

महाधिवेशन में चुनावी मैदान में आने की घोषणा 

18 जून को धनबाद के बलियापुर में झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति का महाधिवेशन था। जहाँ सर्वसम्मति से जयराम महतो को अध्यक्ष चुना गया। उसके बाद जयराम ने एलेक्ट्रोल पॉलिटिक्स में आने की घोषणा मंच से कर दी। उन्होंने कहा कि वे आगामी लोकसभा और विधानसभा की सभी सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। महाधिवेशन में जुटी भीड़ तो पहले से राजनीतिक दलों के बीच चर्चा का विषय था लेकिन जैसे ही चुनावी मैदान में आने की घोषणा की गई उसके बाद सभी राजनीतिक दलों के कान खड़े हो गए। जिस जयराम महतो और उनके समिति पर अब तक पार्टियां कुछ भी कहने से बचती रही थी उस पर भी खुलकर बोलते नजर आये।

झारखंड के ओवैसी हैं जयराम महतो - झामुमो 

एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रवक्ता मनोज पांडेय ने तो जयराम और उनकी पार्टी को बीजेपी का बी टीम बताते हुए झारखंड का ओवैसी तक बता दिया। झामुमो के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य से जब प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उनसे जयराम और उनकी पार्टी के बारे में पूछा गया तो उन्हें बेहद ही हलके अंदाज में कहा कि चुनाव से पहले न्यूज़ चैनल भी बहुत खुलते हैं लेकिन उसके बाद उनका क्या हश्र हो जाता है वे सभी जाते जानते हैं। 

जयराम जैसे युवा झामुमो के युवा मोर्चा से जुड़े रहे हैं - BJP

आजसू और बीजेपी से जब जयराम महतो द्वारा पार्टी बनाये जाने पर सवाल किया गया तो दोनों का जवाब एक सा ही आया. आजसू के केंद्रीय प्रवक्ता देवशरण भगत ने कहा कि जयराम महतो का उदय झारखंड मुक्ति मोर्चा के गलत नीतियों के कारण हुआ है. उन्होंने कहा कि इससे पहले भी कई पार्टियां बनी है. अमित महतो ने भी बनाई है. चुनाव लड़ने का अधिकार सभी को है. वहीँ बीजेपी के प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि जयराम जैसे युवा झामुमो के युवा मोर्चा से जुड़े रहे हैं. नियोजन नीति का नहीं बनना, स्थानीय नीति बनना और युवाओं को रोजगार नहीं मिल पाने के कारण ही जयराम जैसे युवाओं को राजनीति में आना पड़ रहा है।