logo

लातेहार : उग्रवादी संगठन JJMP ने जारी किया हस्तलिखित पर्चा, बहेराटोली घटना के आरोपों को बताया बेबुनियाद

JJMP2.jpg

गोपी कुमार सिंह: 
  
बीते शनिवार को लातेहार जिले के गारू प्रखंड अंतर्गत कार्रवाई पंचायत स्थित बहेराटोली में लाभुक मोहनलाल उरांव के प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बन रहे निर्माणाधीन घर को ध्वस्त कर दिया था। इसमें प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन जेजेएमपी की संलिप्तता की बात सामने आई थी। इधर जेजेएमपी ने एक हस्तलिखित पर्चा जारी कर इस घटना से इनकार कर दिया है। जेजेएमपी संगठन के कर्मवीर जी ने पर्चा जारी कर बताया है कि गारू प्रखंड अंतर्गत बहेराटोली में भूमि विवाद के कारण जो घर ध्वस्त हुआ था उसमें जेजेएमपी संगठन की संलिप्तता का आरोप बेबुनियाद है।

सरकार ने इलाके में लगाई धारा-144
चिट्ठी में आगे लिखा है जो भूमि विवाद है उस पर सरकारी प्रावधान के आधार पर धारा-144 लगाई गई है। बावजूद कुछ लोग जबरन घर बनाने की कोशिश कर रहे है। जेजेएमपी की तरफ से जारी पर्चे में आगे लिखा है कि आम जनता एवं आला धिकारियों से निवेदन है कि मामले की सही जांच-पड़ताल कर उचित न्याय किया जाए, क्योंकि यह विवाद वर्षों से चला आ रहा है।

गौरतलब है कि मोहनलाल अपनी जमीन पर पीएम आवास बना रहे थे, लेकिन गांव के जितेंद्र लोहरा उक्त जमीन पर अपना दावा कर रहे थे। उन्होंने थाने और अंचल में आवेदन कर जमीन पर दावा किया था, लेकिन विभागीय जांच में जमीन पर मोहनलाल का दावा सामने आया था जिसे जितेंद्र ने मानने से इंकार कर दिया था।

पीएम आवास योजना के तहत बन रहा था मकान
इसके बाद प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बन रहे आवास को ध्वस्त कर दिया गया था, जिसमें जेजेएमपी के द्वारा घटना को अंजाम दिए जाने की बात सामने आई थी, जिसे जेजेएमपी ने पर्चा जारी कर खारिज कर दिया है। मोहनलाल उरांव ने आरोप लगाया था कि जितेंद्र लोहरा के द्वारा उग्रवादी संगठन जेजेएमपी से शिकायत करने के बाद यह घटना हुई थी।

इधर जितेंद्र लोहरा के चाचा ने भी इस घटना को सिरे से खारिज कर दिया है। जितेंद्र लोहरा के चाचा चमन लोहरा ने बताया कि फर्जी कागजात के तहत सुरेश सिंह और मोहनलाल उरांव उक्त जमीन पर अपना दावा कर रहे है।

उक्त जमीन पर पुरखों से होती आ रही थी खेती
कहा जा रहा है कि उक्त जमीन पर हम लोग पुरखों से खेती करते आ रहे हैं। आगे बताया कि उक्त जमीन पर विवाद के कारण धारा-144 लगाई गई है। बावजूद मोहनलाल के द्वारा आवास का निर्माण कार्य कराया जा रहा था, जिसे किरण लोहरा के द्वारा ध्वस्त कर दिया गया था। इधर इस संबंध में किरण लोहरा ने बताया कि जेजेएमपी ने नही बल्कि मैंने खुद पीएम आवास को ध्वस्त किया था। जबकि मारपीट का आरोप झूठ है। मोहनलाल उरांव के किसी भी सदस्य से कोई मारपीट नहीं हुई है।

जितेंद्र लोहरा के चाचा चमन लोहरा का आरोप है कि पैसे के दमपर उक्त जमीन का मोहनलाल ने फर्जी कागजात तैयार करवाया है। बहरहाल इस पूरे मामले की जांच गारू थाना पुलिस कर रही है।