द फॉलोअप डेस्क, रांची:
बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाह देव ने झामुमो प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य के प्रेस कॉन्फ्रेंस पर पलट वार करते हुए वर्तमान हेमंत सोरेन सरकार को झारखंड के इतिहास की गरीबों का सर्वाधिक शोषण करने वाली सरकार बताया। प्रतुल ने कहा कि जितना इस सरकार में आदिवासी और महिला उत्पीड़न की घटनाएं बढ़ी, उतना पहले कभी नहीं था। इस सरकार पर 70,000 करोड़ के घपले-घोटाले का आरोप लगा। मुख्यमंत्री की सदस्यता पर खुद तलवार लटकी हुई है क्योंकि इन्होंने आम आदिवासियों का तो नहीं सोचा लेकिन खुद माइनिंग मंत्री और मुख्यमंत्री रहते माइनिंग लीज हथिया लिया।
सरफराज अहमद की राजनीतिक बलि ली गई!
बीजेपी प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा कि मुख्यमंत्री ईडी के समन पर बहानेबाजी कर भगोड़े की भूमिका में दिख रहे हैं। प्रतुल ने कहा कि मीडिया में यह खबर बढ़ चढ़ कर छपी कि राज्य सत्ता पक्ष के अंदरखाने में हेमंत सोरेन अपनी पत्नी को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं। राजनीतिक गलियारे में खबर है कि मुख्यमंत्री ने अपनी पत्नी कल्पना सोरेन को मुख्यमंत्री बनने के लिए गांडेय सीट खाली करा दिया। लेकिन, यह कदम उनका राजनीतिक ब्लंडर साबित हुआ। मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने राज्यपाल को लिखे पत्र में यशवंत राव बनाम इलेक्शन कमिशन आफ इंडिया के मुंबई उच्च न्यायालय के जजमेंट का हवाला देते हुए बताया था कि 1 वर्ष की तिथि की गिनती उस दिन से नहीं की जाएगी जिस दिन से रिक्ति हुई है। बल्कि ये गिनती जिस दिन नया विधायक निर्वाचित होगा, उस दिन से होगी। यानी सरफराज अहमद की आकरण राजनीतिक बलि हो गई।
मुख्यमंत्री के करीबी आदिवासियों का हुआ विकास!
प्रतुल ने कहा कि इस सरकार में सिर्फ उन आदिवासियों का विकास हुआ जो या मुख्यमंत्री के परिजन है या उनके करीबी है। इनके परिजनों या उनके इनर सर्कल के लोग को ही माइनिंग लीज और जमीन का लीज मिला। प्रतुल ने कहा की हेमंत सोरेन का कार्यकाल झारखंड के काले अध्याय के रूप में याद किया जाएगा। जब पूरी की पूरी राज्य मशीनरी ने एक होकर राज्य में भ्रष्टाचार का नंगा नाच किया। प्रतुल ने कहा कि हेमंत सरकार ऊपर से कुछ भी दिखाए, भीतर से बुरे तरीके से भयभीत है। क्योंकि इनको पता है कि इनके कयामत की रात आ गई है जब इनके गुनाहों का फैसला होगा।