द फॉलोअप डेस्क
झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग संग बैठक में सियासी पार्टियां एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाती दिखीं। बता दें कि भारत निर्वाचन आयोग की 12 सदस्य टीम ने सोमवार को रांची में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। साथ ही मतदान एक या दो चरणों में ही चुनाव कराने की मांग की गयी। बैठक में पार्टियों ने एक-दूसरे की शिकायत करते हुए आरोप भी लगाया। कांग्रेस ने बीजेपी पर उन्माद फैलाने का आरोप लगाया। वहीं बीजेपी ने गृह सचिव वंदना दादेल पर सरकार के पक्ष में काम करने का आरोप लगाया।
सोमवार को रांची पहुंचने के बाद आयोग ने सबसे पहले चुनाव को लेकर मैराथन बैठक की। बैठक में आयोग ने चुवान को लेकर सभी राजनीतिक दलों की राय सुनी। इसके बाद आयोग ने आयकर विभाग, उत्पाद शुल्क विभाग, जीएसटी, रिजर्व बैंक, वन परिवहन, नागरिक उड्डयन, नारकोटिक्स समेत अन्य केंद्रीय और राज्य परिवर्तन एजेंसी, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, मुख्य सचिव और डीजीपी के साथ बैठक की। यहां आयोग ने सभी विभाग के कार्ययोजना की समीक्षी की।
पार्टियों ने लगाए एक-दूसरे पर इलजाम
राजनीतिक दलों के साथ हुई बैठक में पार्टियों ने एक-दूसरे पर बड़े इलजाम लगाए। झामुमो और कांग्रेस ने बीजेपी पर उन्माद फैलाने का आरोप लगाया। झामुमो ने कहा कि चुनाव में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण प्रचार में धर्म जाति विशेष का नाम लेकर भाषण ना हो या सुनिश्चित हो। वहीं कांग्रेस बोली बीजेपी बांग्लादेशी हिंदू मुस्लिम कर रही है, इस पर रोक लगे। साथ ही राज्य से बाहर के बीजेपी नेताओं के प्रचार पर रोक लगने की भी बात कही गयी। इधर, बीजेपी ने भी गृह सचिव वंदना दादेल पर सरकार के पक्ष में काम करने का आरोप लगाया। साथ ही उन्हें पद से हटाने की मांग की।
निर्वाचन पदाधिकारी ने कहा कि हम चुनाव कराने के लिए तैयार
वहीं बैठक में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार ने अपनी चुनावी तैयारी का प्रजेंटेशन दिखाया और कहा कि हम चुनाव कराने के लिए तैयार हैं। आयोग की टीम ने मुख्य सचिव एल खियांग्ते और DGP अनुराग गुप्ता के साथ भी बैठक की और राज्य के हालात पर चर्चा हुई। आयोग के मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि आयोग का लक्ष्य शांतिपूर्ण और पारदर्शी तरीके से निष्पक्ष चुनाव करना है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि इसके लिए युद्ध स्तर पर काम हो।