रांची
झारखंड में इस बार 7 से 9 नवंबर तक जल दिवाली मनाई जायेगी। इस दौरान स्वंय सहायता समूह यानी SHG की सदस्य महिलाओं को विभिन्न वाटर ट्रीटमेंट प्लांटों का भ्रमण कराया जायेगा। ताकि वे जल और इसकी शुद्धता से परिचित हो सकें। साथ ही जल के प्रति उनमें जागरूकता आ सके। जल दिवाली मनाने का निर्णय केंद्र के शहरी कार्य मंत्रालय की पहल से लिया गया है। इस बाबत मंत्रालय की ओर से सभी राज्यों की सरकारों को निर्देश जारी किया गया है। जल दिवाली के आयोजन की पूरी जिम्मेदारी नगर निकायों को दी गयी है।
'वाटर फॉर वुमन और वुमन फॉर वाटर' का भी कार्यक्रम चल रहा
मिली खबर के मुताबिक 'वाटर फॉर वुमन और वुमन फॉर वाटर' का कार्यक्रम भी जल दिवाली के समानानंतर चलाया जाना है। इसके तहत SHG की सदस्य महिलाएं अपने इलाकों के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का भ्रमण करेंगी। यहां उनको जल शुद्धिकरण की प्रक्रिया के बारे में बताया जायेगा। जल की गुणवत्ता के बारे में जानकारी दी जायेगी। बताया जायेगा कि जल की आपूर्ति किस विधि से करने से उसकी शुद्धता को बरकरार रखा जा सकता है। केंद्र सरकार का इस दिशा में मानना है कि महिलाओं में शुद्ध पेयजल और शुद्ध पेयजल की आपूर्ति को लेकर जागरूकता पैदा हो। उनमें सेंस ऑफ ऑनरशिप का निर्माण हो। केंद्र की ओर से इस प्रोग्राम को सफल बनाने के लिए राज्यों की नगर निकायों को अलग से पत्र लिखा गया है।
नगर निकायों को ये मिली है जिम्मेदारी
SHG की सदस्य महिलाओं को वाटर ट्रीटमेंट प्लांट ले जाने की जिम्मेदारी भी इलाके के नगर निकाय की होगी। नगर निकाय महिलाओं के परिवहन की व्यवस्था करेगा। साथ ही महिलाओं को भ्रमण के समय वाटर बॉटल, एक हैंड बैग, नाश्ता, पोस्टर, बैज और अन्य जरूरी चीजें भी दी जायेंगी। महिलाओं को ये सामग्री नगर निकाय देंगे। मिली खबर के मुताबिक झारखंड सरकार व नगर निकायों की ओर से 31 वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की लिस्ट केंद्र को भेजी गयी है। यहां 7 से 9 नवंबर के बीच जल दिवाली मनाई जायेगी। नगर निकायों को कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए एनयूएलएम से समन्यवय बनाने करने के लिए कहा गया है।