द फॉलोअप डेस्क
भारत सरकार ने 17,000 से ज्यादा व्हाट्सऐप अकाउंट्स ब्लॉक कर दिए हैं। ये अकाउंट्स दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के हैकर्स से जुड़े थे, जो फर्जी इन्वेस्टमेंट ऑफर, गेमिंग ऐप्स, डेटिंग प्लेटफॉर्म और ट्रेडिंग साइट्स के जरिए भारतीयों को ठगते थे। गृह मंत्रालय के इंडियन साइबर क्राइम को-ऑर्डिनेशन सेंटर (14C) और दूरसंचार विभाग (DOT) ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया। यह फैसला साइबर अपराधियों के नेटवर्क को खत्म करने और भारत में डिजिटल सुरक्षा को मजबूत करने के लिए लिया गया।
साइबर सुरक्षा पर जानकारी देने वाले साइबर दोस्त ने सोशल मीडिया पर इस कदम की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 14C ने दक्षिण-पूर्व एशिया के देशों, जैसे कंबोडिया, म्यांमार, फिलीपींस और लाओस में साइबर ठगी करने वालों की पहचान कर उनके अकाउंट्स को ब्लॉक किया। जांच में पता चला कि ये ठग भारतीयों के इन्वेस्टमेंट पर बड़ा मुनाफा कमाने, ऑनलाइन गेम खेलने, मनपसंद जीवनसाथी से मिलने और फर्जी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर कमाई के झूठे वादे कर के जाल में फंसाते थे।
भारतीयों को कंबोडिया भेजने का मामला
हाल ही में एक मामला सामने आया, जिसमें काम के बहाने भारतीय युवाओं को कंबोडिया भेजा गया। वहां पहुंचने के बाद छठी का शिकार हुए भारतीयों ने विरोध किया तो पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इस घटना के बाद भारत सरकार ने उन नागरिकों को वापस लाने और सुरक्षित रखने के लिए कदम उठाए।
डिजिटल ठगी पर सरकार की निगरानी
मई 2024 में गृह मंत्रालय ने इन ठगी के मामलों की जांच के लिए एक समिति बनाई थी। जांच में पता चला कि भारत में 45% साइबर अपराध दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों से हो रहे हैं। इन अपराधियों को पकड़ना मुश्किल है। लेकिन उनकी पहचान कर डिजिटल ठगी रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई की जा रही है।