द फॉलोअप डेस्कः
महाराष्ट्र के पुणे शहर में एक नाबालिग लड़के ने महंगी पोर्श कार से एक मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी। इस घटना में 2 लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने इस मामले में कार चला रहे 17 वर्षीय आरोपी को हिरासत में लेकर जुवेनाइल कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जमानत मिल गई। पुलिस ने उस पर बालिग लोगों की तरह मुकदमा चलाने और उसे पुलिस हिरासत में भेजने की इजाजत मांगी थी, लेकिन कोर्ट ने इससे इनकार करते हुए आरोपी को जमानत दे दी। इस हादसे में मारे गए लोगों की पहचान अनीस दुधिया और अश्विनी कोस्टा के तौर पर हुई थी। दोनों राजस्थान के हैं।
निबंध लिखने को कहा गया
कई अखबारों में छपे मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आरोपी को कोर्ट ने 15 दिनों के लिए येरवडा की ट्रैफिक पुलिस के साथ काम करने’ और ‘हादसे पर एक निबंध लिखने’ के लिए कहा। वकील प्रशांत पाटिल ने कहा कि जमानत की शर्तों में आरोपी को एक ऐसे डॉक्टर से इलाज कराने का निर्देश दिया गया है जो उसे शराब छोड़ने में मदद कर सके। इसके अलावा उसे ‘साइकेट्रिस्ट से सलाह’ लेकर उसकी रिपोर्ट अदालत में जमा करने का निर्देश दिया गया है।
नाबालिग एक मशहूर बिल्डर का बेटा है। ये एक्सीडेंट रविवार देर रात करीब 2.30 बजे हुआ था। हादसे के बाद आरोपी ने भागने की कोशिश भी की, लेकिन भीड़ ने उसकी पिटाई कर दी और फिर पुलिस को सौंप दिया। इस हाई प्रोफाइल कार हादसे के आरोपी को जिला अदालत ने 14 घंटे के अंदर जमानत दे दी थी। चूंकि आरोपी नाबालिग था इसलिए उसे पुणे की जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड में पेश किया गया था।
240 की स्पीड में चला रहा था कार
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, "मैं रिक्शा लेकर खड़ा था। लड़का-लड़की बाइक से थे और रोड क्रॉस कर रहे थे तभी अचानक पॉर्श कार फुल स्पीड में आई और उसने दोनों को उड़ा दिया। लड़की हवा में 10 फीट तक उछल गई और लड़के की पसलियां टूटने के कारण वह हिल नहीं पा रहा था। पोर्श कार में तीन लड़के थे. उनमें से एक भाग गया। बाद में पुलिस आई और सभी को हिरासत में लिया। तीनों ने शराब पी थी और कार की स्पीड तकरीबन 200-240 रही होगी."