द फॉलोअप डेस्कः
झारखंड में नाबालिग बच्चियों की तस्करी होना जैसे आम बात हो गई हो। आए दिन तस्कर बच्चियों को बहला फुसलाकर अपने साथ ले जाते हैं। इस बार अपराधी साधु के वेश धारण कर पहुंचे थे। एक बच्ची को बहला कर अपने साथ ले जा रहे थे हालांकि समय रहते इसकी जानकारी जिला के एसपी दीपक शर्मा को लग गई। जिसके बाद एसपी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए न सिर्फ बच्ची को सकुशल बरामद किया बल्कि तीन लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया।
पुलिस ने बताया कि डुमरी थाना इलाके के भंडारो में साधु की भेष में कुछ लोग पहुंचे थे। इन लोगों ने एक घर को टारगेट किया। वहां इनमें से एक व्यक्ति ने घरवालों को ग्रह नक्षत्र का भय दिखाया। उसने घरवालों को बताया कि उनके घर की एक बच्ची को मांगलिक दोष है, जिससे उसे काफी समस्याएं हो सकती हैं। उन समस्याओं से छुटकारे के लिए उन्होंने नाबालिग बच्ची को एक पेंडेंट भी दिया। इस दौरान वे काफी देर उनके घर में रहा और परिवार वालों को झांसे में लेने की कोशिश करता रहा। इसी दौरान मौका पाकर उसने बच्ची को किसी तरह गिरिडीह बस स्टैंड पर आने के लिए भी कहा और वे वहां से चला गया।
साधुओं के जाने के कुछ देर बाद जब घर में बच्ची नहीं दिखी तो घरवालों ने उसे ढूंढना शुरू किया। तब उन्हें पता चला कि बच्ची उनके घर से करीब 20 से 25 किलोमीटर दूर गिरिडीह बस पड़ाव पहुंच गई है। घरवालों ने एसपी दीपक शर्मा से संपर्क किया और एसपी को पूरे मामले की जानकारी दी मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी ने तुरंत ही एक टीम गठित की। टीम ने आगे की कार्रवाई शुरू की।
टीम के पदाधिकारी सादे लिबास में बस पड़ाव पहुंचे। बच्ची तो बरामद हो गई लेकिन अपराधी बस पर बैठकर भागने में सफल रहा। अब पुलिस टीम के समक्ष अपराधी को पकड़ना चुनौती बन गया. टेक्निकल टीम के सहयोग से अपराधी की खोज शुरू हुई तो पता चला कि अपराधी जिस बस पर बैठा है वह बस गिरिडीह शहर से निकल चुकी है। ऐसे में पीरटांड़ तथा डुमरी थाना को अलर्ट किया गया।
दोनों थाना को अलर्ट करते हुए गिरिडीह-डुमरी पथ पर जगह जगह बैरियर लगा दिया गया। इस बीच अपराधी पीरटांड़ से आगे निकल गया. अब डुमरी पुलिस मुख्य मार्ग पर आ गई और यहां बस को चेक किया गया, लेकिन अपराधी बस में नहीं मिला। जिसके बाद फिर से टेक्निकल टीम ने विशेष दल को सूचित किया कि अपराधी दूसरी गाड़ी से बगोदर की तरफ भागा है। ऐसे में एसपी ने तुरंत ही बगोदर थाना प्रभारी को निर्देश दिया कि हर हाल में सड़क को ब्लॉक करते हुए वाहन की जांच करें। इस बार बगोदर पुलिस ने घेराबंदी करते हुए जांच की तो अपराधी पकड़ा गया।
पकड़े गए अपराधी को शहर लाया गया और इससे पूछताछ की गई तो पता चला कि इसके साथी गिरिडीह शहर के छपरिया रेस्ट हाउस में छिपे हैं। पुलिस ने यहां पर दबिश दी और दो अन्य अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। जिन तस्करों को पकड़ा गया है उनमें सरोज कुमार लाल देव, सुनील लाल देव और त्रिपुरारी लाल देव शामिल हैं। तीनों बिहार के दरभंगा जिले के रहने वाले हैं। एसपी दीपक कुमार शर्मा ने कहा कि इनकी मंशा बहुत ही खराब थी। तीनों से अभी पूछताछ की जा रही है।