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कल हजारीबाग में इन कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे गृहमंत्री अमित शाह, देखिए पूरी लिस्ट

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द फॉलोअप डेस्क, रांची:

गृहमंत्री अमित शाह 2 दिवसीय दौरे पर झारखंड पहुंच गए हैं। बीएसएफ के विशेष विमान से शाम तकरीबन 4 बजे गृहमंत्री रांची एयरपोर्ट पहुंचे। यहां केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, विधायक दल के नेता अमर बाउरी, रांची सांसद संजय सेठ, राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश, रांची विधायक सीपी सिंह, हटिया विधायक नवीन जायसवाल, गंगोत्री कुजूर और शिवशंकर उरांव सहित अन्य बीजेपी नेताओं ने गृहमंत्री अमित शाह का स्वागत किया। 

 

रांची से सीधा हजारीबाग गए गृहमंत्री अमित शाह
रांची में लैंडिंग के बाद गृहमंत्री सीधा हजारीबाग के लिए रवाना हो गए। हजारीबाग में बीएसएफ के डीजी नितिन अग्रवाल ने उनका स्वागत किया। दरअसल, गृहमंत्री को हजारीबाग में बीएसएफ के 59वें स्थापना दिवस समारोह में शिरकत करना है। गृहमंत्री आज रात हजारीबाग में ही रात्रि विश्राम करेंगे। कल, 1 दिसंबर शुक्रवार को अमित शाह हजारीबाग के मेरु कैंप स्थित रानी झांसी प्रशिक्षण केंद्र में आयोजित बीएसएफ के 59वें स्थापना दिवस समारोह में शिरकत करेंगे। बताया जा रहा है कि हजारीबाग में रात्रि विश्राम के बाद गृहमंत्री हेलिकॉप्टर से मेरु कैंप जाएंगे। समारोह में गृहमंत्री औपचारिक परेड की सलामी लेंगे। इसके बाद जवानों को संबोधित करेंगे। स्थापना दिवस समारोह में बीएसएफ की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रम और हथियारों की प्रदर्शनी आयोजित की गई है। गृहमंत्री इनका भी अवलोकन करेंगे। समारोह के बाद गृहमंत्री सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियों के साथ 1 घंटे तक अहम बैठक करेंगे। 
सीमा सुरक्षा बल मना रहा 59वां स्थापना दिवस

1 दिसंबर 1965 को गठित सीमा सुरक्षा बल अपना 59वां स्थापना दिवस समारोह मना रहा है। स्थापना दिवस समारोह में 11 सीमाओं के अधिकारियों सहित कुल 1 हजार सैनिक हिस्सा लेने वाले हैं।

शुक्रवार को ही वापस दिल्ली जाएंगे गृहमंत्री 
सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियों के साथ मीटिंग करने के बाद गृहमंत्री हेलिकॉप्टर से रांची के बिरसा मुंडा एयरपोर्ट आएंगे और फिर यहीं से दिल्ली की उड़ान भरेंगे। गृहमंत्री के दौरे को लेकर रांची और हजारीबाग जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है। सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। 

1 दिसंबर 1965 को हुई थी बीएसएफ की स्थापना
बता दें कि वर्ष 1965 में पाकिस्तान के खिलाफ जंग के बाद सीमा सुरक्षा के लिए एक विशेष बल की जरूरत महसूस हुई थी। 1 दिसंबर 1965 को सीमा सुरक्षा बल अस्तित्व में आया। इसका पहला ट्रेनिंग सेंटर हजारीबाग में स्थापित किया गया। 25 मार्च 1967 को बीएसएफ का ट्रेनिंग सेंटर हजारीबाग से 10 किमी दूर मेरु में ले जाया गया। यहीं,  रानी झांसी परेड ग्राउंड में मुख्य समारोह होगा। 

तो इसलिए की गई थी बीएसएफ की स्थापना
2.5 लाख कर्मियों के साथ भारतीय सीमा सुरक्षा बल दुनिया का सबसे बड़ा सीमा सुरक्षा बल है। बीएसएफ की मुख्य जिम्मेदारी पाकिस्तान और बांग्लादेश से लगती सीमाओं की सुरक्षा करना है। इसके लिए जम्मू कश्मीर में घुसपैठ और उत्तर-पूर्व भारत में उग्रवाद विरोधी अभियानों में बीएसएफ के जवान अपना अहम योगदान देते हैं। ओडिशा और छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाकों में भी बीएसएफ जवानों की तैनाती होती है। झारखंड और पश्चिम बंगाल से सटी उन सीमाओं में भी बीएसएफ जवान तैनात किए जाते हैं, जहां घुसपैठ की संभावना है। 

गौरतलब है कि पीएम मोदी के झारखंड दौरे के महज 15 दिन बाद ही गृहमंत्री का दौरा काफी अहम माना जा रहा है। बीएसएफ के 59वें स्थापना दिवस समारोह में शिरकत करने गृहमंत्री प्रदेश में नक्सलवाद विरोधी अभियानों को लेकर भी बड़ी बातें कह सकते हैं। फिलहाल इंतजार करना होगा।

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