द फॉलोअप डेस्क
रांची के ट्रांसपोर्टरों को जल्द ही झारखंड का पहला ट्रांसपोर्ट नगर मिलने वाला है। कांके के सुकुरहुटू में निर्माणाधीन ट्रांसपोर्ट नगर का काम अंतिम चरण में है। अगले 15 दिनों में बचे हुए कार्यों को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने नवरात्र में ही ट्रांसपोर्ट नगर को हैंडओवर लेने का निर्देश दिया है। नगर विकास सचिव सुनील कुमार ने मंगलवार को ट्रांसपोर्ट नगर के कार्यों का जायजा लिया और निर्माण एजेंसी केएमवी और जुडको के प्रतिनिधियों को कहा कि डीपीआर के तहत जितने कार्य करने हैं, उसे हर हाल में पूरा करें।
जानकारी हो की ट्रांसपोर्ट नगर के पहले फेज का निर्माण 112 करोड़ रुपए की लागत से किया जा रहा है। यहां कुल 424 वाहनों को खड़ा करने के लिए प्लेटफॉर्म बनाया गया है। 2 वेयर हाउस बनाए गए हैं, जहां माल रखे जाएगे। साथ ही ट्रांसपोर्ट नगर में ड्राइवर-खलासी के लिए 180 बेड का डोरमेट्री बनाया गया है, जहां वे आराम कर सकेंगे। 150 लोगों के बैठने की क्षमता वाला फूड कोर्ट भी बनाया गया है। इसके अलावा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, 2 वेट ब्रिज, सर्विस स्टेशन बनाए गए हैं। सुरक्षा के मद्देनजर चारों ओर सीसीटीवी कैमरा, वाई-फाई सहित वॉच टावर की सुविधा भी दी गई है।
बता दें कि ट्रांसपोर्ट नगर खुलने के बाद शहर में बड़े मालवाहक गाड़ियों का प्रवेश पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा। बाहर से आने वाले वाहनों का जो भी माल होगा वह इसी ट्रांसपोर्ट नगर के वेयर हाउस में अनलोड किया जाएगा। इसके बाद छोटे वाहनों से माल अपने स्थायी जगह में भेजे जाएंगे। इससे रातू रोड, बूटी मोड़ से बरियातू रोड, कोकर-कांटाटोली रोड में बड़े वाहनों के कारण होने वाले लंबे जाम से राहल मिलेगी। साथ ही काफी हद तक दुर्घटना में भी कमी आएगी। वहीं रिंग रोड से वाहनों की कनेक्टिविटी बढ़ेगी। इससे 1 हजार लोगों को रोजगार भी मिलेगा।