द फॉलोअप डेस्कः
आज सीएम हेमंत सोरेन बरहेट में पावर ग्रिड का उद्धाटन करने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि बरहेट की बहुत लंबे समय से चली आ रही एक मांग के आखिरी पायदान पर हम हैं। आज मुख्य रूप से यहां आने का जो उद्देश्य है वो है आपके घरों को रौशन करने का। चाहे शहर का घर हो या गांव का कोई झोपड़ी हो। ये शिकायत हमारा भी था कि शहर में ही बिजली रहता है गांव में नहीं रहता है। आज उसी समस्या का समाधान करने के लिए हम यहां इक्कठे हुए हैं। वर्षों से जो बिजली की समस्या का दंश आप झेल रहे थे वह खत्म होने जा रहा है। आज हमने बरहेट ग्रिड का उद्धाटन भी कर दिया है। सिर्फ बिजली ग्रिड का ही उद्धाटन नहीं किया। बल्कि राज्य के गरीब लोगों के लिए भी बड़ी सौगात लेकर आए हैं। राज्य सरकार 200 यूनिट बिजली फ्री देगी। कई जगहों से यह शिकायत आती है कि बिजली का मीटर लगा या नहीं लगा लेकिन उसका बिल आ रहा है। इसका भी समाधान हमलोग 2 दिन में कर देंगे। 24 तारीख की कैबिनेट की बैठक में यह निर्णय लिया जाएगा कि इस समस्या से आपको कैसे निदान कराया जाए।
सिपाही की दौड़ा इसी महीने में होगी
इस दौरान उन्होंने कहा कि गांव- गांव पंचायत पंचायत में हमारा कैंप लगेगा। फिर से सरकार आपके द्वार कार्यक्रम होने जा रहा है। महिलाओं के लिए एक विशेष योजना का लाभ दिया जाएगा। पहले हमलोग बुजुर्गों को पेंशन देते थे। लेकिन अब 21 साल से 49 साल की जितनी महिलाएं है सबको राज्य सरकार सम्मान राशि देगी। ये बहुत तेजी से होगा। रोजगार सृजन को लेकर भी बहुत जल्द हम पुलिस की बहाली की दौड़ शुरू होगी। उसकी पूरी तैयारी पूरी हो चुकी है। इस महीने के आखिरी तक 18 लाख आवेदन मिले हैं सिपाही भर्ती को लेकर उसकी भी बहाली प्रक्रिया शुरू की जाएगी। कुछ दिनों पहले 1500 शिक्षकों को हमने नियुक्ति दिया।
विपक्ष ने परेशान किया
हमने काम करना शुरू किया तो विपक्षा मे टांग खींचना शुरू कर दिया। हमको जेल में भी डाल दिया। 5 साल तो कोरोना और विपक्ष से लड़ने में ही गुजर गया। लेकिन इसके बीच में भी हमने जनकल्याण की योजनाओं को बंद होने नहीं दिया। बूढ़ा बुजुर्ग लोग दिन गिनता है कि कब 50 साल पूरा होगा और हमलोगों को पेंशन मिलेगा। आज कोई बूढ़ा बुजुर्ग पेंशन के बिना नहीं मिलेगा। अब महिलाओं को भी पेंशन मिलेगा। हमारा विपक्ष हिंदू मुस्लिम करके खाली दिग्भ्रमित करता है। हिंदू मुस्लिम करते करते लोकसभा चुनाव में इनके दो चार दांत इनके झड़ गये। अगर आगे भी यही करते रह गये तो विधानसभा में भी कोई झंडा ढोने वाला नहीं मिलेगा।