द फॉलोअप डेस्कः
मुख्यमंत्री हेमंत सोेरेन आज खूंटी के तोरपा में आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम में पहुंचे थे।इस दौरान उन्होंने जमकर केंद्र सरकार पर हमला बोला। सीएम हेमंत ने कहा कि बीजेपी वाले लोग बोलते हैं कि हम मंईयां सम्मान योजना वोट लेने के लिए लाए हैं। बेईमानों तुमने कभी गरीबों को कुछ दिया तो नहीं और आज हम दे रहे हैं तो तकलीफ हो रही है। आज भी हमारे गांव के लोग छोटी-छोटी जरूरत के लिए कर्जा लेते हैं। लेकिन हम आपको यकीन दिलाते हैं कि आने वाले पांच साल में हम आपको इतना मजूबत कर देंगे कि आपको किसी के आगे हाथ फैलाने की जरूरत नहीं होगी। हर घर में एक-एक लाख देंगे। इसके लिए आज ही हमने केंद्र सरकार को पत्र लिखा है कि हमारा बकाया 1 लाख 36 हजार करोड़ वापस करो। अगर वो नहीं दे पाते हो तो उसका इंट्रेस्ट वापस करो ताकी हम मंईयां सम्मान की राशि को तुरंत 2 हजार कर दें। ये पैसे वापस लेने के लिए हमें लड़ाई लड़ना होगा। सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री उलीहातू जाते हैं। भगवान बिरसा मुंडा का जन्मस्थल जाते हैं। फर्जी मिट्टी का टीका लगाते हैं। योजना की शुरुआत करते हैं। लेकिन आदिवासी दिवस पर प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति शुभकामनाएं नहीं देते हैं। सरना धर्म कोड को लेकर कितना जद्दोजहद कर रहे हैं लेकिन ये लोग दे नहीं रहे हैं।
कोरोना में अफरा-तफरी का माहौल नहीं बनने दिया
हमारी जो सरकार है ये रांची से नहीं बल्कि गांव से चलने वाली सरकार है। इस विषय पर पदाधिकारी काम करते है कि नहीं हम यही देखने आते हैं। कुछ ही समय बाकी है कि इस राज्य में चुनाव होना है। लेकिन हम आखिरी-आखिरी तक आपने जो जिम्मेदारी दी है उसका निर्वहन कर रहे हैं। हमारी सरकार बनते ही कोरोना काल आ गया। मेरा दो साल कोरोना से ही निपटने में चला गया। लेकिन हमने उस वक्त भी अफरा तफरी का माहौल नहीं बनने दिया। जब पूरा देश लॉकडाउन था। गाड़ी मोटर कुछ नहीं चलता था। उस समय आपके इसी भाई, आपके इसी बेटे ने आपके परिवार जनों को उठाकर हवाई जहाज से घर पहुंचाया। राज्य में कैसे कोरोना आया कैसे गया हमने पता भी नहीं चलने दिया। कोरोना काल में हमने एक भी व्यक्ति को भूख से नहीं मरने दिया।
हमारा का देख विपक्ष के लोग जलते हैं
सीएम हेमंत ने कहा कि विपक्ष के लोग हमारे कामों से जलने लगे। तरह-तरह के झूठे आरोप लगाकर हमारे साथ चोर पुलिस खेलने लगा। कोर्ट कचहरी करता रहा। हम आपको हक अधिकार देने का काम करते थे और ये लोग वो अधिकार कैसे आपतक नहीं पहुंचे इसके लिए काम करता था। ये लोग तरह-तरह का पचड़ा लगाकर काम नहीं होने देना चाहता था। नौकरी देते थे तो कोर्ट कचहरी चला जाता है। मंईयां योजना चला रहे हैं इसके लिए भी कोर्ट चला जाता है। इस योजना को विपक्ष के लोग झूठा योजना बोलते हैं। यहीं योजना अपने राज्य में शुरू करते हैं तो उसको सही बोलते हैं। गरीब गुरबा कुछ करे तो वह खराब। ये पूंजीपति, व्यापारी लोग कुछ करे तो वो सही। खूंटी जिला में भी ये लोग गिद्ध की तरह मंडरा रहा है। ये लोग चुनाव की तैयारी में लगा है। और हम काम करने में जुटे हैं।
1 मुख्यमंत्री को हटाने के लिए एक दर्जन मुख्यमंत्री लगा हुआ है
मुझे जेल में डाल दिया था ये लोग 5 महीने के लिए। 2 साल तक दौड़ाता रहा। झूठा आरोप लगाया। लेकिन आप जैसी मां बहनों का आशीर्वाद जिसके ऊपर रहे उसका कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता है। पूरे राज्य में बड़ा बड़ा नेता आ रहा है। हिंदू-मस्लिम, दलित -पिछड़ा, आदिवासी-सरना का लड़ाई लगवाने में ये लोग माहिर हो गया है। लेकिन हमारी एकता ही हमारी ताकत है। हमलोग बिरसा मुंडा के पद चिन्हों पर चलने वाले हैं। हम ना कभी किसी से डरा है ना किसी के सामने झुका है ना झुकेगा। आपलोग हौंसला बुलंद रखिए। आपलोग मजबूती से खड़े रहे। एक मुख्यमंत्री को हटाने के लिए एक दर्जन से अधिक मुख्यमंत्री, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री तक लगा हुआ है। देखते हैं इन पूंजीपतियों के पास ज्यादा ताकत है या गरीब आदिवासी मुख्यमंत्री के पास।
धन बल के दम पर सब खरीदना चाहते हैं
ये लोग अभी बोलता है कि संथाल परगना, बिहार बंगाल का अलग राज्य बना दो। और ये व्यापारी लोग यहां आकर इस राज्य को फिर बांटने का प्रयास कर रहा है। अपने धन बल के दम पर इनको लगता है कि सब कर लेंगे। सामान साग सब्जी तो खरीद ही लेते हैं आदमी भी खरीद लेंगे ऐसा सोचता है। यही वजह है कि आप सुनते होंगे कि कभी इस नेता को खरीद लिया, उस एमपी को खरीद लिया। उस विधायक को खऱीद लिया उस पार्टी को खरीद लिया। लेकिन झारखंड के लोग स्वाभिमानी है कि तुम कितना लोगों को खरीदोगे। तुम्हारे खरीदते-खरीदते जिंदगी खत्म हो जाएगी लेकिन झारखंडी खत्म नहीं होंगे। ये व्यापारियों और गरीबों की लड़ाई है।