रांची
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने एक बार फिर हेमंत सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट साझा कर कहा कि हेमंत सोरेन सरकार ने मंईयां सम्मान योजना की राशि देने के लिए विधवा पेंशन को बंद कर दिया है, जिससे उनकी असली सोच उजागर हो गई है। एक ओर हेमंत महिला सशक्तीकरण का दंभ भर रहे हैं, लेकिन दूसरी ओर उन्होंने विधवा महिलाओं का पेंशन बंद कर उन्हें बेसहारा कर दिया है। हेमंत अपनी नाकामियों को छुपाने और महिलाओं को दिग्भ्रमित करने के लिए चुनाव से ठीक पहले विधवा महिलाओं का पेंशन बंद कर मंईयां योजना शुरू की है। माताएं बहनें हेमंत जी की हकीकत जान चुकी हैं, इसलिए हेमंत सरकार चुनाव के समय महिला हितैषी बनने का ढोंग रच रही है। माताओं बहनों को भलीभांति पता है कि नारी सशक्तीकरण का कार्य सिर्फ भारतीय जनता पार्टी ही कर सकती है। वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी शासित राज्यों में माताओं बहनों को आत्मनिर्भर बनाने की ऐसी योजनाएं पहले से ही क्रियान्वित हैं। मध्य प्रदेश में लाडली बहना योजना, छत्तीसगढ़ में महतारी वंदन योजना, महाराष्ट्र में लाडली बहन योजना, ओडिशा में सुभद्रा योजना के माध्यम से माताओं बहनों को आर्थिक और सामाजिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास किया जा रहा है। झारखंड में भी भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के साथ ही माताओं बहनों को स्वावलंबी बनाने के लिए गोगो दीदी योजना के तहत के बैंक खाते में हर महीने की 11 तारीख को 2,100 रुपये तक की वित्तीय सहायता दी जाएगी।
हेमंत सोरेन सरकार ने मंईयां सम्मान योजना की राशि देने के लिए विधवा पेंशन को बंद कर दिया है, जिससे उनकी असली सोच उजागर हो गई है। एक ओर हेमंत महिला सशक्तीकरण का दंभ भर रहे हैं, लेकिन दूसरी ओर उन्होंने विधवा महिलाओं का पेंशन बंद कर उन्हें बेसहारा कर दिया है।
— Babulal Marandi (@yourBabulal) November 1, 2024
हेमंत अपनी नाकामियों…