द फॉलोअप डेस्क
झारखंड में इस बार विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान राजनीतिक दलों ने खूब हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया। दो चरणों में मतदान होने के कारण राजनीतिक दलों के पास चुनाव प्रचार के लिए समय कम था। एक-एक राजनीतिक दलों के नेताओं ने एक-एक दिन में चार से पांच चुनावी सभा को संबोधित किया। इसके लिए उन्हें हेलीकॉप्टर का सहारा लेना पड़ा। भाजपा ने पांच, झामुमो ने तीन और कांग्रेस ने दो हेलीकॉप्टर से चुनाव प्रचार किया। वहीं, आजसू ने भी एक हेलीकॉप्टर का उपयोग किया। सभी दलों के बड़े-बड़े नेताओं के साथ- साथ राज्य स्तरीय नेता भी हेलीकॉप्टर से उड़े। इनके अतिरिक्त प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और रक्षा मंत्री के चुनावी कार्यक्रम के लिए विशेष हेलीकॉप्टर भी आये। इस पर राजनीतिक दलों ने करोड़ों रुपये खर्च किये।
15 से 50 दिनों तक पार्टियों ने रखा हेलीकॉप्टर
हेलीकॉप्टर का उपयोग सबसे अधिक स्टार प्रचारक भाजपा के द्वारा किए गए थे। इस कारण सबसे अधिक दिनों तक हेलीकॉप्टर भाजपा ने रखा, भाजपा के कई राष्ट्रीय नेता यहां चुनाव प्रचार के लिए आये। वहीं, झामुमो के हेमंत सोरेन और कल्पना सोरेन ने हेलीकॉप्टर से 100 से अधिक सभाएं की। वहीं, भाजपा के हिमंता विश्व सरमा, शिवराज सिंह चौहान ने पूरे राज्य में चुनावी सभा की। कांग्रेस के प्रभारी गुलाम अहमद मीर राज्य के अलग-अलग कोने में इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी के लिए चुनावी मैदान में गये, यहां कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे व नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भी चुनावी सभा की। बिहार से तेजस्वी यादव, लालू प्रसाद यादव, पप्पू यादव भी चुनावी कार्यक्रम के लिए आये। हेलीकॉप्टर से चुनावी सभाओं को संबोधित किया। लोजपा के चिराग पासवान ने भी अपनी पार्टी के समर्थन में सभाएं की।
एक दिन का खर्च 16-17 लाख
झामुमो ने एक एक सिंगल और दो डबल इंजन का हेलीकॉप्टर रखा था, भाजपा की ओर से पहले दो हेलीकॉप्टर की बुकिंग की गयी थी। चुनाव के आखिरी 15 दिनों में हेलीकॉप्टर की संख्या दो से बढ़ा कर पांच कर दी गयी थी। एयरपोर्ट पर हेलीकॉप्टर की बुकिंग करने वाली संस्थान के लोगों ने बताया कि एक हेलीकॉप्टर पर एक दिन में 16 से 17 लाख रुपये खर्च आता है। इससे एक दिन में राजनीतिक पार्टियों के नेता चार घंटे तक सफर कर चुनाव प्रचार कर सकते हैं।