द फॉलोअप डेस्क
हजारीबाग जिले के लोग बीते 15 दिनों से बिजली संकट से जूझ रहे हैं। हालात यह हैं कि दिन में महज 10 से 12 घंटे ही बिजली मिल पा रही है। मेंटेनेंस के नाम पर 12 घंटे से ज्यादा लोड शेडिंग की जा रही है, जिससे आम जनता परेशान है। जनप्रतिनिधियों ने भी इस समस्या को लेकर शिकायत दर्ज कराई है, लेकिन अब तक स्थिति सामान्य नहीं हो पाई है।
हजारीबाग को सामान्य स्थिति में लगभग 135 मेगावाट बिजली की जरूरत होती है, जबकि वर्तमान में औसतन सिर्फ 40 मेगावाट बिजली ही मिल पा रही है। इस कारण शहर के पांचों सर्किट में कुछ ही समय के लिए बिजली आपूर्ति हो रही है।
विद्युत अधीक्षण अभियंता हजारीबाग, अशोक कुमार उपाध्याय ने जानकारी दी है कि आने वाले दो दिनों में बिजली संकट से राहत मिल जाएगी। उन्होंने बताया कि डीवीसी (दामोदर वैली कॉर्पोरेशन) द्वारा किए जा रहे मेंटेनेंस के कारण बिजली की आपूर्ति बाधित हो रही थी। डीवीसी कमांड एरिया में आने के कारण जब तक डीवीसी से बिजली नहीं मिलती, विभाग भी जनता को आपूर्ति नहीं कर सकता।
उपाध्याय ने यह भी बताया कि पिछले दो दिनों से डीवीसी के वरीय पदाधिकारियों के साथ लगातार बैठकें की जा रही थीं। इन बैठकों में यह निर्णय लिया गया है कि जल्द ही वैकल्पिक व्यवस्था के जरिए समस्या का समाधान किया जाएगा। हजारीबाग वासियों को उम्मीद है कि अब जल्द ही उन्हें इस बिजली संकट से निजात मिलेगी।