द फॉलोअप डेस्क
झारखंड की शिक्षा व्यवस्था में एक बार फिर हजारीबाग की धरती ने कमाल कर दिखाया है। जिले के पदमा प्रखंड स्थित आर.एन. प्लस टू हाई स्कूल की छात्रा प्रेरणा ने झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) द्वारा आयोजित इंटरमीडिएट परीक्षा में कला संकाय में राज्य भर में द्वितीय स्थान प्राप्त कर न सिर्फ अपने विद्यालय, बल्कि पूरे जिले का नाम गौरवान्वित किया है।
प्रेरणा ने कुल 470 अंक प्राप्त किए हैं और यह सफलता उन्होंने बिना किसी कोचिंग के, सिर्फ घर पर पढ़ाई कर हासिल की है। इससे पहले भी प्रेरणा कक्षा 10वीं में अपने विद्यालय की टॉपर रह चुकी हैं। उनके पिता सरवन सिंह पिछले दो वर्षों से बीमार चल रहे हैं, जबकि उनकी माता शशि किरण एक पारा शिक्षक के रूप में कार्यरत हैं। आर्थिक तंगी के बावजूद प्रेरणा ने हार नहीं मानी और निरंतर परिश्रम करती रहीं।
प्रेरणा की सफलता पर उनकी मां ने कहा,"हमें उस पर हमेशा भरोसा था। वह बहुत मेहनती है और आज उसकी मेहनत रंग लाई है।"वहीं प्रेरणा ने कहा,"मुझे उम्मीद थी कि मैं अच्छा करूंगी, लेकिन राज्य में दूसरा स्थान मिलेगा, ये कभी सोचा नहीं था। मैं आगे चलकर UPSC की तैयारी करना चाहती हूं और एक IAS अधिकारी बनना चाहती हूं।"
विद्यालय के प्रधानाध्यापक और शिक्षकगण भी प्रेरणा की इस उपलब्धि पर गर्व महसूस कर रहे हैं। उनका कहना है कि प्रेरणा जैसे विद्यार्थी आज के युवाओं के लिए एक मिसाल हैं। उसने यह सिद्ध कर दिया कि कठिन परिस्थितियों में भी अगर समर्पण और परिश्रम हो, तो कोई भी मंज़िल कठिन नहीं। प्रेरणा की सफलता ने यह संदेश दिया है कि सच्ची लगन, आत्मविश्वास और कठोर परिश्रम से किसी भी चुनौती को पार किया जा सकता है। हजारीबाग की यह बेटी आज पूरे राज्य के लिए प्रेरणा बन गई है।