द फॉलोअप डेस्कः
ऑल इंडिया स्टूडेंट एसोसिएशन आइसा ने महेंद्र सिंह भवन रांची में प्रेस वार्ता आयोजित किया। जिसे संबोधित करते हुए आइसा के राष्ट्रीय ज्वाइंट सेक्रेट्री नीलाशिष बोस ने कहा कि देश में शिक्षा की हालात बद्तर होते जा रहे हैं। नई शिक्षा नीति 2020 आने के बाद से देशभर के अलग-अलग विश्वविद्यालयों में लगातार फीस बढ़ाई जा रही है। जिससे झारखंड भी अछूता नहीं है। झारखंड के विश्वविद्यालयों में लगभग 40% प्रोफेसरों का पद खाली है जो उच्च शिक्षा की चिंतनीय विषय बना हुआ है। राज्य के 95% स्कूलों में प्रधानाध्यापक नहीं है। यूनेस्को कि रिपोर्ट के 7000 स्कूलों में औसतन 1 शिक्षक पढ़ा रहे।
फेलोशिप में हो रही कटौती
4 साल से साइकिल योजना को बंद कर दिया गया है। दूसरी तरफ झारखंड मे CUET लागू करने पर जोर दिया जा रहा है जिससे छात्रों पर आर्थिक बोझ देने की तैयारी है। ऊपर से FYUP लाकर फीस बढ़ोतरी कर गरीबों को उच्च शिक्षा से दूर करने कि कोशिश है । स्कूली शिक्षा से लेकर उच्च शिक्षा तक के फेलोशिप में कटौती लागतार कर रही है। वही झारखंड के कई हिस्सों में ऑल चिकी लिपी में यूकेजी से पीजी तक कि पढ़ाई की मांग हो रही है जो ज्याज है। कैंपस में छात्र आंदोलन को कुचलने के लिए छात्र संघ का चुनाव सरकार नहीं करा रही है।
महिलाओं के साथ हो रहा जघन्य अपराध
आगे कहा गया कि मणिपुर के महिलाओं के साथ जघन्य अपराध हो रहा है। इसलिए मणिपुर के मुख्यमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए। मणिपुर में महिलाओं के साथ जो हुआ है वह जघन्य अपराध है इससे पूरे देश को शर्मसार होना पड़ा और पूरी दुनिया में बदनामी हुई है। मणिपुर पिछले 80 दिन से जल रहा है। वहां कि सरकार सोई हुई थी, जब सोशल मिडिया पर वीडियो वायरल हुआ तब सरकार बोलने पर मजबूर हुई है। पूरे देश में महिलाओं के साथ रेप, छेड़खानी जैसे घटनाएं तेजी से बढ़ रही है। भाजपा सरकार जब बिल्किस बानो के दुष्कर्मियो को छोड़ देती है। तभी पूरी दुनियां समझ जाती है कि सरकार महिलाओं को कितना सुरक्षा देगी? आइसा मांग करती है कि मुखमंत्री और केंद्रीय गृह मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए।
9 से 11अगस्त तक 10वां राष्ट्रीय सम्मेलन
उपरोक्त सवालों को संगठित करने के लिए आइसा 9 से 11अगस्त तक कोलकाता में 10वां राष्ट्रीय सम्मेलन कर रही है। विश्व के कई देशों से छात्र प्रतिनिधि के साथ देश भर से प्रोफेसर, सामाजिक कार्यकर्ता, देश के अलग-अलग विश्वविद्यालय से हजारों प्रतिनिधि शामिल होंगे। प्रेस कांफ्रेंस में आइसा के राज्य सचिव त्रिलोकी नाथ, आइसा के पूर्व राज्य अध्यक्ष सोहेल एवं राज्य कार्यकारणी सदस्य सोनाली केवट, छूटूराम महतो मौजूद थे।
हमारे वाट्सअप ग्रुप से लिए इस लिंक पर क्लिक करें : https://chat.whatsapp.com/FUOBMq3TVcGIFiAqwM4C9N