गढ़वा
गढ़वा में सेल के प्रशासनिक भवन पर 38 दिनों से लगातार ठंड के कड़ाके भरे मौसम में सेवा निवृत्त ठेका मजदूर और सेल से विस्थापित परिवार अपनी मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं। उनकी मांगों में क्रशर प्लांट की ऑक्शन पर रोक लगाने, खदान खोलने ओर मुआवजा, और लंबित भुगतान शामिल हैं। आंदोलनकारियों ने कहा कि मजदूरों और विस्थापितों की मांगें पूरी तरह जायज हैं। कहा कि वर्तमान में भवनाथपुर क्षेत्र से तीन-तीन विधायक सरकार का हिस्सा हैं। ऐसे में मजदूरों और विस्थापितों की मांगें जल्द से जल्द पूरी होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार के पास वर्तमान में सारे साधन और शक्ति होने के बावजूद आंदोलन लंबा खींचा जा रहा है, जो केवल राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश है।
यह भी कहा कि वर्तमान विधायकों और सरकार ने मजदूरों और विस्थापितों की मांगों को पूरा कराने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के समक्ष मुद्दा पहले ही उठा दिया था, लेकिन आज तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि मजदूरों और विस्थापितों को भ्रमित करने का काम किया जा रहा है।
वहीं, भानु प्रताप शाही ने पावर प्लांट की स्थापना को लेकर भी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जब छोटी-छोटी मांगों को पूरा करने में इतनी देरी हो रही है, तो पावर प्लांट लगाने जैसे बड़े प्रोजेक्ट में पांच साल यूं ही बर्बाद हो जाएंगे। शाही ने मौजूदा सरकार और विधायकों को जिम्मेदारी लेने और मजदूरों तथा विस्थापितों की समस्याओं को तुरंत सुलझाने का आह्वान किया।