धनबाद
धनबाद ज़िला प्रशासन द्वारा स्थानीय योजनाओं के शिलान्यास एवं उद्घाटन कार्यक्रमों के आयोजन में पंचायत प्रतिनिधियों की उपेक्षा पर ज़िला परिषद अध्यक्ष शारदा सिंह ने कड़ा ऐतराज़ जताया है। उन्होंने इस संबंध में झारखंड सरकार के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर गहरी नाराज़गी व्यक्त की है। शारदा सिंह ने पत्र में लिखा है कि धनबाद में हो रहे सरकारी कार्यों का उद्घाटन या शिलान्यास बिना किसी जनप्रतिनिधि की जानकारी या आमंत्रण के किया जा रहा है, जो लोकतांत्रिक मर्यादाओं के खिलाफ है। उन्होंने आरोप लगाया कि ये कार्यक्रम केवल कुछ खास व्यक्तियों को खुश करने के उद्देश्य से आयोजित हो रहे हैं।
पत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि जब उन्होंने विभागीय कार्यालयों से बात की तो उन्हें यह कहकर टाल दिया गया कि शिलान्यास की कोई जानकारी नहीं है। शारदा सिंह ने इसे "काफी हैरान करने वाला" बताया और कहा कि पंचायत राज के जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा न केवल गलत है, बल्कि इससे जनता में गलत संदेश जाता है। उन्होंने पंचायत राज विभाग से इस विषय में एक पुस्तिका तैयार कराने की भी मांग की है, जिसमें यह स्पष्ट किया जाए कि किस योजना के अंतर्गत, किस स्थान पर कार्य हो रहा है और उसमें जनप्रतिनिधियों की क्या भूमिका है।
मुख्य मांगें:
• शिलान्यास और उद्घाटन कार्यक्रमों की पूर्व जानकारी जनप्रतिनिधियों को दी जाए।
• कार्यक्रमों में पंचायत प्रतिनिधियों को सम्मानपूर्वक आमंत्रित किया जाए।
• पंचायत राज विभाग इस संबंध में स्पष्ट दिशानिर्देश और पुस्तिका जारी करे।
पत्र के अंत में उन्होंने राज्य सरकार से आग्रह किया है कि इन विषयों पर गंभीरता से विचार कर मंत्रीपरिषद स्तर पर कोई ठोस कार्रवाई की जाए ताकि पंचायत प्रतिनिधियों की गरिमा बनी रहे और वे जनता के प्रति अपनी जवाबदेही सही ढंग से निभा सकें।