द फॉलोअप डेस्क
पिछले दिनों झामुमो ने केंद्रीय पदाधिकारियों और प्रवक्ताओं की सूची जारी की थी। उस सूची में कतिपय नेताओं के नाम नहीं हैं, जिन्हें पिछली बार मीडिया पैनलिस्ट में रखा गया था। उनमें प्रो अशोक सिंह, महुआ माजी, तनुज खत्री, विजय हांसदा, योगेंद्र प्रसाद, अभिषेक प्रसाद पिंटू, धीरज दूबे सरीखे दर्जन भर नेताओं के नाम नहीं हैं, जिन्हें मीडिया पैनलिस्ट में रखा गया था। कुल 14 लोग मीडिया पैनलिस्ट में शामिल थे। वैसे योगेंद्र प्रसाद अब राज्य सरकार में मंत्री बन चुके हैं। अभिषेक प्रसाद पिंटू को सचिव बना दिया गया। महुआ माजी और विजय हांसदा सांसद हैं। लेकिन मीडिया पैनलिस्ट की घोषणा नहीं किए जाने से कतिपय नेता प्रवक्ता की भूमिका निभाने से आधिकारिक रूप से वंचित कर दिए गए। इस कारण कतिपय नेता जो अक्सर टीवी चैनलों के डिसक्शन में स्वाभाविक रूप से जाकर पार्टी का पक्ष रखते थे, अब अपने आपको इससे रोक दिया है। प्रिंट मीडिया या अन्य मीडिया चैनलों से बातचीत करने से परहेज करना शुरू कर दिया है। हालांकि इस संबंध में पूछने पर पार्टी महासचिव सह प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य का कहना है कि जल्द से जल्द पार्टी मीडिया पैनलिस्ट की सूची जारी करेगी। मीडिया के सामने पार्टी का पक्ष रखने में हो रही कमी को दूर करेगी।
इधर मीडिया पैनलिस्ट जारी नहीं होने से पार्टी के भीतर आक्रोश भी देखा जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि पार्टी संगठन का काम देखने वाले एक नेता की जिद्द के कारण मीडिया पैनलिस्ट जारी नहीं हुआ। कतिपय नेताओं को प्रवक्ता की भूमिका निभाने से वंचित कर दिया गया। इस कारण अब पार्टी के अंदर प्रतिशोध की भावना प्रबल होती जा रही है। सूत्रों का कहना है कि जल्द ही आनेवाले दिनों में इसका असर दिखेगा।