रांची:
बोरियो विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक और झारखंड बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष ताला मरांडी की पार्टी में वापसी हो सकती है। ताला मरांडी 2019 के विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी से अलग हो गए थे। ताला मरांडी की वापसी के संकेत इस बात से मिले हैं कि वे रविवार को बीजेपी प्रदेश कार्यालय में आयोजित बीजेपी अनुसूचित जनजाति मोर्चा की बैठक में शामिल हुए। हालांकि, ताला मरांडी संघ के पदाधिकारियों के साथ बैठक में पहुंचे थे लेकिन उनकी पार्टी में वापसी की प्रबल संभावना है।
इस वजह से गंवाना पड़ा था प्रदेश अध्यक्ष का पद
गौरतलब है कि बोरियो विधानसभा सीट से 2 बार विधायक रहे ताला मरांडी, झारखंड बीजेपी के अध्यक्ष भी बनाए गये थे लेकिन बेटे की नाबालिग लड़की से शादी कराने के प्रकरण में दर्ज प्राथमिकी की वजह से उनको पद गंवाना पड़ा। कहा जाता है कुछ मुद्दों को लेकर झारखंड की शीर्ष लीडरशिप से अनबन की वजह से उनको 2019 के विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिला।
ऐसी स्थिति में ताला मरांडी ने मौजूदा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मौजूदगी में एक चुनावी रैली के दौरान झारखंड मुक्ति मोर्चा ज्वॉइन कर लिया, लेकिन उम्मीद के मुताबिक कद नहीं मिलने से आनन-फानन में झामुमो छोड़कर आजसू पार्टी का दामन थामा। आजसू की टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़े लेकिन हार गये।
बीजेपी में वापसी की कोशिशों में लगे हैं ताला मरांडी!
सियासी हलकों में चर्चा है कि ताला मरांडी लंबे समय से बीजेपी में वापसी की कोशिशों में लगे थे। कुछ महीने पहले जब पूर्व मुख्यमंत्री एवं बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी साहिबगंज दौरे पर गये थे तो ताला मरांडी उनके साथ दिखाई दिए। माघी पूर्णिमा में गंगा स्नान भी साथ किया था। तब से ही इस बात की प्रबल संभावना जताई जा रही थी कि पार्टी में उनकी वापसी हो सकती है।
राजमहल से हो सकते हैं बीजेपी के उम्मीदवार!
कहा जा रहा है कि यदि ताला मरांडी की वापसी होती है तो उनको राजमहल लोकसभा सीट से 2024 में चुनाव लड़ाया जा सकता है। उनको राजमहल से लोकसभा भेजा जा सकता है। फिलहाल वहां, ताला मरांडी के अलावा कोई स्ट्रॉंग उम्मीदवार नहीं दिखता। इस समय वहां से झामुमो के विजय हांसदा सांसद हैं लेकिन जनता में उन्हें लेकर नाराजगी है। कार्यकर्ताओं में भी असंतुष्टि है। लोबिन हेंब्रम भी इन दिनों बागी हो गये हैं। कहा जा रहा हैा कि बीजेपी को इसका फायदा मिलेगा।