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BPSC के भी पूर्व सदस्य व सामाजिक क्रांतिकारी डॉ करमा उरांव का निधन

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द फॉलोअप डेस्कः 
रांची विश्वविद्यालय के सीनियर प्रोफेसर डॉ करमा उरांव का निधन हो गया। वह झारखंड के जाने माने शिक्षाविद और सामाजिक क्रांतिकारी थे। उन्होंने आज सुबह अंतिम सांस ली। वह 72 साल के थे। जानकारी के मुताबिक रांची के मेदांता हॉस्पिटल में में उनका निधन हुआ है। वह पिछले कुछ महीनों से बीमार भी थे। बता दें कि वह सरना समाज के लिए हमेशा ढाल बनकर खड़े रहते थे। सरना समाज का अगूवा भी उनको कहा जाता था। क्षेत्रीय एवं जनजातीय भाषा के विभाग में वह अपनी सेवा दे रहे थे। क्षेत्रीय एवं जनजातीय भाषा को लेकर वह हमेशा ही चिंतित दिखते थे। वह हमेशा अपने समाज के लोगों को आगे बढ़ाने में तत्पर रहा करते थे। राज्य के ज्वलंत मुद्दों पर प्रमुखता से अपनी बात रखते थे। डॉ. उरांव हमेशा कहते थे कि जनजातीय भाषा विभाग को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाया जाएगा, ताकि यहां पढ़ाई जा रही भाषाओं की राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिल सके। बता दें कि वह BPSC के भी पूर्व सदस्य थे। 

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