द फॉलोअप डेस्क
वर्ष 2023-24 में 4,88,733 छात्रों को सरकार ने छात्रवृत्ति की राशि उपलब्ध करा दी है। जबकि 92,279 छात्रों का आवेदन जिला स्तर पर स्वीकृत तो हो चुका है, लेकिन भुगतान अभी तक लंबित है। छात्रों को समय पर छात्रवृत्ति का भुगतान हो। इसके लिए कल्याण विभाग के निदेशक अजय नाथ झा हर 10 दिन पर इसकी समीक्षा करते हैं।
राहुल कुमार राणा नाम के युवक ने सोशल मीडिया एक्स पर जानकारी देते हुए कहा कि झारखंड के छात्रों को छात्रवृत्ति नहीं मिली है। इस पर अजय नाथ झा ने विस्तृत जानकारी देते हुए लिखा है कि राज्य के अनुसूचित जनजाति और अनुसूचित जाति के छात्रों को छात्रवृत्ति देने के लिए आवंटन उपलब्ध है। किस जिले में कितनी राशि उपलब्ध है, यह आंकड़ा भी उन्होंने जारी किया है।
@KumarRahul75444
— Ajay Nath Jha (@AjayNathJha_) December 15, 2024
सत्र 2023 -24 में लाखों छात्रों का भुगतान तो लंबित नहीं है।
✓अब तक 4 लाख 88 हजार 733 छात्र छात्राओं का भुगतान हो चुका है।
✓जिला स्तर पर स्वीकृत (DLC) और अब तक भुगतान के लिए लम्बित कुल 92,279 आवेदक ही है।
✓अनुसूचित जनजाति और अनुसूचित जाति के भुगतान के लिए… pic.twitter.com/4CRdZ0RTfi
उन्होंने आगे लिखा है कि पिछड़ी जाति के छात्रों को जो छात्रवृत्ति दी जाती है, उसमें केंद्र सरकार से 60 प्रतिशत राशि मिलती है, जबकि राज्य सरकार 40 प्रतिशत राशि देती है। केंद्र सरकार से अब तक 48 करोड़ रुपये ही प्राप्त हो पाया है। केंद्र से करीब 292 करोड़ रूपये मिलना अभी बाकी है।
केंद्र से पूरी राशि नहीं मिलने के बाद भी राज्य सरकार ने छात्रों के हितों का ध्यान रखते हुए 194 करोड़ के बदले 380 करोड़ रुपये का भुगतान कर दिया है। अजय कुमार झा ने जिला स्तर छात्रों को दी गई छात्रवृत्ति का आंकड़ा भी जारी किया है। साथ ही उन आरोपों को गलत बताया है कि झारखंड में लाखों छात्रों को छात्रवृत्ति नहीं मिली है।