रांची:
रांची का प्रमुख सरकारी अस्पताल सिर्फ झारखंडवासियों के लिए ही नहीं बल्कि आसपास के राज्यों के लिए भी लाइफ लाइन कहा जाता है। मरीजों का यहां तांता लगा रहता है, लेकिन उसकी अपेक्षा संसाधनों की भारी कमी रहती है। यह खबर रिम्स के डेंटल विभाग से जुड़ी हुई है, जो बिजली संकट से जूझ रहा है। हालांकि इसके समाधान के लिए 2019 में रिम्स शाषी परिषद ने जेनरेटर खरीदने की स्वीकृति भी दी थी। लेकिन तीन साल बीत जाने के बावजूद जेनरेटर खरीदा नहीं गया। जिस कारण से मरीज और बीडीएस के छात्रों को परेशानी उठानी पड़ रही है।
मरीज और छात्र हुए परेशान
बिजली नहीं रहने के कारण दूर-दराज इलाके से आए मरीजों को घंटों तक इंतजार करना पड़ रहा है। ट्रॉमा सेंटर जाकर रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ रहा है। मरीजों ने डेंटल विभाग के प्राचार्य से इस समस्या को जल्दी से दूर करने का आग्रह किया है। डेंटल विभाग के प्राचार्य डॉ एनएन सिंह ने भी माना कि बिजली चले जाने से क्लास में बाधा पड़ती है। इंटरनेट भी बंद हो जाता है। छात्र-छात्राओं को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है।