द फॉलोअप डेस्क
विश्व वृद्ध दुर्व्यवहार जागरूकता दिवस के अवसर पर आज प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश रंजीत कुमार, समाज कल्याण पदाधिकारी एवं हजारीबाग के एसडीओ वैद्यनाथ कामती ने संयुक्त रूप से हजारीबाग स्थित ओल्ड एज होम का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने वहां रह रहे बुजुर्गों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनीं और समाधान का आश्वासन दिया।
उन्होंने कहा कि वृद्धजनों के स्वास्थ्य की नियमित जांच हेतु हर 15 दिन में एक डॉक्टर की नियुक्ति की जाएगी ताकि उनकी सेहत का ध्यान रखा जा सके। भोजन, पोषण और अन्य आवश्यक सुविधाएं भी समय पर उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि अगर किसी बुजुर्ग की संपत्ति पर उनके बच्चों या अन्य परिजनों द्वारा जबरन कब्जा किया गया है, तो ऐसे मामलों में कानूनी सहायता प्रदान कर उन्हें न्याय दिलाने का प्रयास किया जाएगा।
न्यायाधीश रंजीत कुमार ने यह भी जानकारी दी कि हजारीबाग ओल्ड एज होम को केंद्र सरकार द्वारा पंजीकृत करवाने और आवश्यक फंड दिलवाने के लिए कदम उठाए जाएंगे। साथ ही इस संस्था के समग्र विकास के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे, जिससे यहां रह रहे वृद्धजनों को एक सम्मानजनक और सुरक्षित जीवन मिल सके। यह पहल न केवल बुजुर्गों के अधिकारों की रक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि समाज में उनके प्रति सम्मान और संवेदना को भी दर्शाती है।