डेस्क:
शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) की तरफ से बड़ा ऐलान हुआ। ईडी ने बताया कि झारखंड (Jharkhand) में विभिन्न बैंक खाते में पड़े 11.88 करोड़ रुपये नकद जब्त किए गये हैं। ईडी ने बताया कि ये पैसे अवैध खनन (Illegal Mining) के जरिये कमाए गये थे। यही नहीं, ईडी ने बताया कि हालिया कार्रवाई के अलावा, पूर्व में भी अवैध खनन सहित अन्य अवैध गतिविधियों के जरिए जमा किए गयेकुल 36.58 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की गई है। कई बैंक खातों को सीज किया गया है। कार्रवाई जारी है।
पंकज मिश्रा के खिलाफ जारी ईडी की कार्रवाई
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही ईडी ने झारखंड में मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा (Pankaj Mishra) सहित उनके सहयोगियों और कई पत्थर व्यवसायियों के आवास पर छापेमारी की। छापेमारी के दौरान पहले ही दिन ईडी की टीम ने पत्थर व्यवसायी हीरा भगत के आवास से 3 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की थी। वहीं, ईडी ने बताया कि साहिबगंज (Sahibganj) में अवैध खनन से जुड़े कई अहम दस्तावेज मिले हैं।
इस सिलसिले में ईडी ने जिले के पत्थर व्यवसायी दाहू यादव से पूछताछ की। ईडी ने पंकज मिश्रा को भी पूछताछ के लिए तलब किया था लेकिन तबीयत खराब होने की वजह से वे हाजिर नहीं हो सके। दरअसल, ईडी ने बरहड़वा में हाट बाजार टेंडर मैनेज मामले में छापेमारी की थी लेकिन तार अवैध खनन से भी जुड़ते चले गये।
ED has seized cash amounting to Rs 11.88 Crore generated from illegal mining in Jharkhand lying in various bank accounts. With the present seizure, total cash and bank balance of Rs 36.58 Crore illegally generated from mining etc in Jharkhand has been seized. pic.twitter.com/rEQKtzqdRp
— ED (@dir_ed) July 15, 2022
6 मई 2022 को शुरू हुई थी ईडी की बड़ी कार्रवाई
ईडी ने सबसे पहले 6 मई को झारखंड की निलंबित खान सचिव पूजा सिंघल (Pooja Singhal) सहित उनके सहयोगियों के 25 ठिकानों पर छापेमारी की थी। छापेमारी के दौरान ईडी की टीम ने निलंबित खान सचिव पूजा सिंघल के पति अभिषेक झा के सीए सुमन कुमार सिंह के आवास और कार्यालय से 19 करोड़ 31 लाख रुपये की नगदी जब्त की थी। सीए को उसी दिन हिरासत में लिया गया।
बाद में 2 दिन की पूछताछ के बाद पूजा सिंघल को भी हिरासत में लिया गया। दरअसल, ईडी ने पूजा सिंघल के ठिकानों पर खूंटी में हुए 18 करोड़ रुपये के मनरेगा घोटाला मामले में कार्रवाई शुरू की थी लेकिन जैसे-जैसे जांच का दायरा आगे बढ़ा, मामला अवैध खनन से जुड़ता चला गया।
पूछताछ में पता चला कि कुछ जिलाधिकारियों ने भी अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर खनन पट्टा का लीज ले रखा है। मुख्यमंत्री के विधायक प्रतिनिधि पर भी आरोप लगाया कि उन्होंने अपने ससुराल के कुछ सदस्यों के नाम पर खनन पट्टा का लीज हासिल किया है।
अब तक 36.58 करोड़ रुपये की बड़ी राशि बरामद
इसी दौरान साहिबगंज, पाकुड़ और दुमका सहित कई अन्य जिलों के डीएमओ (जिला खनन पदाधिकारी) से पूछताछ हुई। रिपोर्ट्स के मुताबिक साहिबगंज, पाकुड़ और दुमका के डीएमओ ने पूछताछ के दौरान ईडी के अधिकारियों को बताया कि पूरे संताल परगना में अवैध पत्थर खनन को पंकज मिश्रा की नियंत्रित करते हैं। बाद में ईडी ने पंकज मिश्रा को भी समन भेजा। इस बीच ईडी ने पहली बार आधिकारिक रूप से बताया कि अभी तक कुल कितनी राशि जब्त की गई है।