द फॉलोअप डेस्कः
झारखंड में ईडी की दबिश जारी है। आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल के बाद अब झारखंड के एक और अधिकारी के घर ईडी की ताबड़तोड़ छापेमारी चल रही है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आइएएस अधिकारी छवि रंजन के आवास पर छापा मारा है। उनके साथ ही कुछ अंचल अधिकारियों और जमीन कारोबारियों के ठिकानों पर छापेमारी हो रही है। बता दें कि आईएएस अधिकारी छवि रंजन वर्तमान में समाज कल्याण विभाग के निदेशक हैं। वह रांची के डीसी के पद पर भी रह चुके है। गौरतलब है कि छवि रंजन सहित अंचलाधिकारियों पर नियमों का उल्लंघन कर जमीन की खरीद-बिक्री को मंजूरी देने का आरोप है। बताया जा रहा है कि रांची के बरियातू स्थित सेना के कब्जे वाली 4.55 एकड़ जमीन की खरीद-बिक्री मामले में ईडी यह कार्रवाई कर रही है। छवि रंजन और कुछ अंचलाधिकारियों और जमीन कारोबारियों के 22 ठिकानों पर रेड जारी है। ईडी ने रांची, कोलकाता, सिमडेगा, जमशदेपुर, हजारीबाग और गोपालगंज में एक साथ कार्रवाई शुरू की है। रांची के हिंदपीढ़ी में भी कुछ जमीन दलालों के यहां छापा मारा है। अंचलाधिकारी और और पूर्व डीसी के ठिकानों पर छापेमारी के लिए ईडी की टीम गुरुवार के अहले सुबह से ही तैयार थी। मिली -जानकारी के अनुसार, एक साथ लगभग 10 से ज्यादा वाहनों में ईडी की टीम छापेमारी के लिए निकली है।
बता दें कि रांची में सेना की जमीन की रजिस्ट्री के मामले में रांची जिला प्रशासन की भूमिका भी संदेह के घेरे में है। दोनों ही जगहों पर जमीन की खरीद करने वाले, रजिस्ट्री करने वाले व्यक्ति, सरकारी पदाधिकारी जिनकी भूमिका रजिस्ट्री म्यूटेशन में है, वह ईडी के रहार पर है। सेना जमीन खरीद में फर्जीवाड़ा के मामले में ईडी मनी लाउंडिंग के पहलूओं पर जांच कर रही है। सेना से मिले दस्तावेजों के मुताबिक जमीन की खरीद बिक्री में बड़ी गड़बड़ी की पुष्टि भी हुई है। ईडी इस मामले में तत्कालीन डिप्टी रजिस्ट्रार वैभव मणि त्रिपाठी और घासीराम पिंगुआ से पूछताछ कर चुकी है। रांची के बरियातू थाने में नगर निगम के बयान पर दर्ज एफआईआर के आधार पर ईडी ने करमटोली में सेना की 4.55 एकड़ जमीन के गलत तरीके से बेचे जाने के मामले में ईसीआईआर दर्ज की थी।