दिल्ली:
17 अक्टूबर को होने वाले कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए 3 नेता मैदान में हैं। पहले अशोक गहलोत और अब दिग्विजय सिंह के नामांकन दाखिल करने से इंकार करने के पश्चात अध्यक्ष पद की रेस में शशि थरूर, मल्लिकार्जुन खड़गे और केएन त्रिपाठी हैं। शुक्रवार को शशि थरूर, मल्लिकार्जुन खड़गे और केएन त्रिपाठी ने अपना-अपना नामांकन दाखिल किया। दिग्विजय सिंह ने ये कहते हुए नामांकन दाखिल करने से इंकार कर दिया कि वे मल्लिकार्जुन खड़गे के खिलाफ चुनाव लड़ने की सोच भी नहीं सकते।
मल्लिकार्जुन खड़गे के प्रस्तावक बने दिग्गी राजा
शुक्रवार को अध्यक्ष पद की रेस से हटने का ऐलान करते हुए मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि मैंने आज सुबह मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर जाकर उनसे मुलाकात की है। मैंने उनसे कहा कि मैं उनकी उम्मीदवारी का समर्थन करता हूं। मैं उनके खिलाफ चुनाव में खड़े होने की सोच भी नहीं सकता। मैंने ये भी कहा कि मैं उनका प्रस्तावक बनूंगा। गौरतलब है कि इससे पहले दिग्गी राजा के नाम से मशहूर दिग्विजय सिंह के चुनाव लड़ने की चर्चा थी। उन्होंने नामांकन फॉर्म तक ले लिया था लेकिन एन वक्त पर मल्लिकार्जुन खड़गे का नाम सामने आने के बाद दिग्विजय सिंह ने नामांकन दाखिल नहीं किया।
दीपेंदर सिंह हुड्डा ने किया खड़गे का पूर्ण समर्थन
मल्लिकार्जुन खड़गे की उम्मीदवारी का समर्थन करता हुए सांसद दीपेंदर सिंह हुड्डा ने कहा कि मैं उनके नामांकन दाखिल करने के फैसले का समर्थन करता हूं। मुझे पूरा भरोसा है कि वे जीतेंगे। बीते कई वर्षों से उन्होंने लगातार संसद में आम लोगों की आवाज उठाई है। उनके नामांकन फॉर्म में बतौर प्रस्ताव मैंने भी हस्ताक्षर किया है। गौरतलब है कि अब मल्लिकार्जुन खड़गे की जीत की सबसे ज्यादा संभावना है। अधिकांश नेताओं और कार्यकर्ताओं का उनको समर्थन हासिल है। यही नहीं, गांधी परिवार का वरद-हस्त भी मल्लिकार्जुन खड़गे को मिला हुआ है। वे वरिष्ठ नेता भी हैं और उनका सम्मान भी है।
शशि थरूर-खड़गे और केएन त्रिपाठी में होगा मुकाबला
नामांकन दाखिल करने के पश्चात मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मैं सभी नेताओं, कार्यकर्ताओं, प्रतिनिधियों और मंत्रियों द्वारा दिए गए समर्थन का स्वागत करता हूं। जिन भी लोगों ने मेरा समर्थन किया मैं उनका शुक्रिया अदा करता हूं। 17 अक्टूबर को पता चलेगा कि परिणाम क्या है लेकिन मैं आश्वस्त हूं कि मेरी जीत होगी। मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मैं बचपन से ही कांग्रेस की विचारधारा से प्रभावित हूं। जब मैं 8वीं कक्षा में था तो गांधी और नेहरू के विचारों से काफी प्रभावित था।