द फॉलोअप डेस्क
पाकुड़ जिले के 2 गांव में डायरिया फैल गया है। अमड़ापाड़ा और लिट्टीपाड़ा प्रखंड में डायरिया की वजह से करीब 30 लोग बीमार हो गए। डायरिया फैलने की जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य विभाग में हडकंप मच गया। आनन-फानन में टीम बना कर गांव भेजा गया। जिनकी स्थिति गंभीर थी, उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। मौके पर डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की टीम पहुंची हुई है।
झरने का पानी पी कर बिगड़ी हालत
मिली जानकारी के अनुसार दोनों गांव में पानी का अभाव है। गांव में पेयजल सुविधा उपलब्ध नहीं है। न चापाकल है और न ही एक कुआ..इस कारण लोगों को पीने के पानी के लिए भी नहर का सहारा लेना पड़ता है। जो लोग डायरिया की चपेट में आए हैं, उनके बारे बताया जा रहा है कि सभी के घरों में झरना का पानी पीने के इस्तेमाल में लाया जाता था। इस वजह से शनिवार से ही उनकी तबीयत बिगड़ी है।
गांव में खटिया में खुले आसामान के नीचे चल रहा मरीजों का इलाज
प्राप्त जानकारी के अनुसार, पाकुड़ जिले के बड़ा बास्को गांव में 25 लोगों की तबीयत खराब है, इसमें से 10 लोगों को बेहतर इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। शेष का इलाज गांव में ही एक साथ खटिया पर स्लाइन लगाकर किया जा रहा है। मरीजों के बेहतर इलाज के लिए स्वास्थ्य टीम गठित की गयी है। जिसमें डॉक्टर मोहम्मद खालिद अहमद, डॉक्टर नसीम अहमद, डॉक्टर प्रमोद कुमार, ड्रेसर इशामुद्दीन शेख, सीएचओ समय सिंह मीणा, एएनएम उषा किस्कू और एएनएम ममता सिन्हा सहित 25 कर्मियों को लगाया गया है।
क्या कहते हैं सिविल सर्जन
पाकुड़ जिले के सिविल सर्जन डॉ मंटू टेकरीवाल के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव पहुंच चुकी है। सभी का इलाज जारी है। गंदा पानी और फुड प्वाइजनिंग की वजह से ऐसी दिक्कत हुई है। इलाज जारी है। लोगों में सुधार भी हो रहा है।