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झारखंड में लोकतंत्र का चौथा स्तंभ खतरे में, प्रभात खबर संपादक को धमकी भरे कॉल पर बोले दीपक प्रकाश 

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द फॉलोअप डेस्क, रांची 

राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने प्रभात खबर के प्रधान संपादक आशुतोष चतुर्वेदी को होटवार जेल (बिरसा मुंडा केन्द्रीय कारा) से धमकी भरे फोन कॉल को लेकर हेमंत सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने ने कहा कि झारखंड में हेमंत सोरेन की सरकार बनी है, तब से जंगलराज कायम है। आज राज्य में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है। कानून व्यवस्था को लागू करने की जिसकी जिम्मेदारी होती है, हेमंत सरकार ने उसे वसूली में लगा दी है। नतीजा आज राज्य में कोई भी व्यक्ति सुरक्षित नहीं है।

दोषी को तिहाड़ जेल भेजे सरकार 

सांसद दीपक प्रकाश ने कहा कि हेमंत सरकार ने दो दिन पहले ही संथाल के आदिवासी,ईमानदार,कर्तव्यनिष्ठ जेल अधिकारी निशांत बेसरा का तबादला सिर्फ इसलिये कर दी थी, क्योंकि उन्होंने जेल के अंदर कानून का राज स्थापित करने का प्रयास किया था। लेकिन जेल के अंदर रहने वाले मुख्यमंत्री के करीबी को यह बर्दाश्त नहीं हुआ और आनन फानन में उसकी तबादला करवा दी। बेसरा के हटने के बाद ही प्रभात खबर के प्रधान संपादक को सरकार और झारखंड में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ लिखने से रोकने के लिए धमकी दी गयी है। इस मामले की उच्च स्तरीय जांच तथा दोषियों को रांची जेल से बाहर तिहाड़ जेल भेजने की मांग की।

लोकतंत्र का चौथा स्तंभ सुरक्षित नहीं 

राज्य सरकार की संरक्षण में झारखंड में अपराधियों का मनोबल ऊंचा है। वे बेखौफ होकर अपराध को अंजाम दे रहे हैं। कल तक आम आदमी सुरक्षित नहीं था। अब तो लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के लोग भी सुरक्षित नहीं है। दीपक प्रकाश ने कहा कि अति सुरक्षित समझे जाने वाले बिरसा केंद्रीय कारा के अंदर से अपराध संचालित होने की खबर राज्य में लचर कानून व्यवस्था की पोल खोलती है।